शिव शंकर भोले कैलाशी तेरे दरश को अखियां है प्यासी एक बहुत ही भावपूर्ण और गहरी भक्ति भरा शिव भजन है, जिसमें भक्त भगवान शिव के दर्शन की तीव्र इच्छा और उनके प्रति असीम श्रद्धा व्यक्त करता है। इस भजन में भगवान शिव को कैलाशी और भोलेनाथ के रूप में पुकारते हुए, भक्त उनकी महिमा और सौम्यता की प्रशंसा करता है।
Shiv Shankar Bhole Kailash Tere Darash Ko Akhiyan Hai Pyashi
शिव शंकर भोले कैलाशी,
तेरे दरश को अखियां है प्यासी,
शिव शंकर भोले कैलाशी।।
तेरी जटा बिच गंगा धारा,
माथे पर सोहे चंदा प्यारा,
प्रभु तू सब जग से है न्यारा,
मेरे भोलेनाथ घट घट वासी,
शिव शंकर भोलें कैलाशी,
तेरे दरश को अखियां है प्यासी,
शिव शंकर भोले कैलाशी।।
देवों के देव महादेव हो तुम,
सबकी नैया के खेव हो तुम,
हो सबसे बड़े प्रभु दानी तुम,
दुनिया तेरे तेरे चरणों की दासी,
शिव शंकर भोलें कैलाशी,
तेरे दरश को अखियां है प्यासी,
शिव शंकर भोले कैलाशी।
एक बार दर्शन दे जाना,
ये मन है मेरा प्रभु दीवाना,
कोई करना नहीं बहाना तुम,
मेरे दीनदयाला अविनाशी,
शिव शंकर भोलें कैलाशी,
तेरे दरश को अखियां है प्यासी,
शिव शंकर भोले कैलाशी।।
मैं दरश दीवानी तेरी हूँ,
संकट ने प्रभु जी घेरि हूँ,
ढूंढा रामेश्वर और काशी,
शिव शंकर भोलें कैलाशी,
शिव शंकर भोलें कैलाशी,
तेरे दरश को अखियां है प्यासी,
शिव शंकर भोले कैलाशी।।
प्रभु तेरे कांवड़ लाई हूँ,
चल हरिद्वार से आई हूँ,
प्रभु तेरी आस लगाई है,
तेरा ‘रुकम’ भी दर्शन अभिलाषी,
शिव शंकर भोलें कैलाशी,
तेरे दरश को अखियां है प्यासी,
शिव शंकर भोले कैलाशी।।
शिव शंकर भोले कैलाशी,
तेरे दरश को अखियां है प्यासी,
शिव शंकर भोले कैलाशी।।
“शिव शंकर भोले कैलाशी तेरे दरश को अखियां है प्यासी” जैसे भजन हमें भगवान शिव के प्रति अपनी भक्ति और श्रद्धा को और भी प्रगाढ़ करने की प्रेरणा देते हैं। इस भजन के माध्यम से हम भगवान शिव के दर्शन और उनकी कृपा की महत्वता को महसूस कर सकते हैं। आप “आया हूँ भोले मैं तेरे द्वार मुझको भी कर दे भव से तू पार”, “गंगा से गंगाजल भरके काँधे शिव की कावड़ धरके”, “बम बम भोले त्रिपुरारी तेरी महिमा बड़ी निराली”, और “शिव का नाम रटे जा पल पल लागे ना कोई मोल रे” जैसे अन्य भजनों को भी जरूर पढ़ें। इन भजनों के माध्यम से हम भगवान शिव के आशीर्वाद का अनुभव कर सकते हैं।

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile