Shiv Om Tum Paryant Ho
पूर्ण हो तुम, तुम शेष हो,
अति वशिष्ठ तुम विशेष हो,
शिवोह्म तुम महेश हो।
सूक्ष्म हो, विशाल हो,
अंतरिक्ष तुम, पाताल हो,
शिवोह्म तुम महाकाल हो।
विभस्त तुम विभोर हो,
तमस तुम, तुम्ही भोर हो,
शिवोह्म तुम अघोर हो।
तुम भस्म, तुम ज्वलंत हो,
आदि हो, तुम अंत हो,
शिवोह्म तुम पर्यन्त हो।
राजीव के शिव तुम पर्यन्त हो,
शिवोह्म तुम पर्यन्त हो।

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile