शिव का नाम जपो संसारी भजन लिरिक्स

शिव का नाम जपो संसारी भजन हमें यह याद दिलाता है कि इस नश्वर संसार में केवल शिव जी का नाम ही स्थायी है। जब हम शिव का नाम जपते हैं, तो हमारे जीवन के सारे दुख, चिंताएँ और बाधाएँ स्वतः ही समाप्त हो जाती हैं। यह भजन हर भक्त को शिव भक्ति के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है और हमें सिखाता है कि महादेव का स्मरण ही सच्चा धन और वास्तविक सुख है। जो भी इस भजन को करता है, वह शिव कृपा का पात्र बन जाता है और जीवन के हर संकट से मुक्त हो जाता है।

Shiv Ka Name Japo Sansari

शिव का नाम जपो संसारी,
पतित पावनी पाप नाशीनी,
जिसने गंगा सिर पर धारी,
शिव का नाम जपों संसारी।1।

सागर मंथन के प्रतिफल से,
घोर हलाहल निकला जल से,
शंख उठाकर पि गए शंकर,
नीलकंठ बन गये त्रिपुरारी,
शिव का नाम जपों संसारी।2।

कामदेव ने बाण चलाए,
शंकर के मन काम समाए,
नेत्र तीसरा खोल ने शिव ने,
वहीं मदन की राख उछारी,
शिव का नाम जपों संसारी।3।

जब गंगा को लाए भगीरथ,
कौन दिखाए उसे भूमि पथ,
जब कोई धारण कर ना पाया,
जटाजूट में शिव ने धारी,
शिव का नाम जपों संसारी।4।

शिव का नाम जपो संसारी,
पतित पावनी पाप नाशीनी,
जिसने गंगा सिर पर धारी,
शिव का नाम जपों संसारी।5।

शिव का नाम जपो संसारी भजन करने से यह एहसास होता है कि शिव नाम का जप ही मोक्ष का मार्ग है। जब महादेव की कृपा बरसती है, तो हर बाधा, चिंता और भय समाप्त हो जाता है। अगर आपको यह भजन पसंद आया, तो शिव तांडव स्तोत्र, शिव चालीसा, जय शिव ओंकारा आरती, और महामृत्युंजय मंत्र भी करें। ये सभी भजन शिव जी की महिमा का गुणगान करते हैं और हमें उनकी भक्ति में और अधिक लीन होने का अवसर प्रदान करते हैं। 🚩✨

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