Shankar Pashupatinath Hamare Lakkha Ji Bhajan Lyrics
शंकर पशुपतिनाथ हमारे,
आन पड़े हम द्वार तुम्हारे,
हे कैलाश पति भगवान,
हे महादेव करो कल्याण।।
हे भोले शिव अंतर्यामी,
भूल क्षमा करदो मेरे स्वामी,
आप तो दीनानाथ कहाओ,
हम सब है बालक नादान,
शंकर पशुपति नाथ हमारे,
आन पड़े हम द्वार तुम्हारे।।
जो भी आया शरण तुम्हारे,
उसके सब संकट तुम टारे,
चरण शरण में आन पड़े हम,
भक्ति का दीजो वरदान,
शंकर पशुपति नाथ हमारे,
आन पड़े हम द्वार तुम्हारे।।
हे डमरू धर शिव अविनाशी,
काटो शर्मा की चौरासी,
तेरी सेवा में ही बीते,
लख्खा का ये जीवन प्राण,
शंकर पशुपतिनाथ हमारे,
आन पड़े हम द्वार तुम्हारे।।
शंकर पशुपतिनाथ हमारे,
आन पड़े हम द्वार तुम्हारे,
हे कैलाश पति भगवान,
हे महादेव करो कल्याण।।

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile