शंकर दयालु दूसरा तुमसा कोई नहीं यह भजन भगवान शिव की अनंत कृपा और उनकी दयालुता को दर्शाता है। शिव जी के बारे में यह भजन हमें यह समझाने की कोशिश करता है कि उनका दिल अत्यंत दयालु है, और वे अपने भक्तों के लिए सर्वदा तैयार रहते हैं। इस भजन में भगवान शिव के दयालु और कृपालु रूप को व्यक्त किया गया है, जो उनके भक्तों के लिए हर संकट में मददगार होते हैं।
Shankar Dayalu Dusra Tumsa Koi Nahi Bhajan Lyrics
शंकर दयालु दूसरा,
तुमसा कोई नहीं,
देने से पहले तू जरा,
क्यों सोचता नहीं,
शंकर दयालु दुसरा,
तुमसा कोई नहीं।।
भस्मासुर ने भक्ति से,
तुझको रिझा लिया,
वरदान भस्म करने का,
दानव ने पा लिया,
तुझको ही भस्म करने की,
पापी ने ठान ली,
देने से पहले तू जरा,
क्यों सोचता नहीं,
शंकर दयालु दुसरा,
तुमसा कोई नहीं।।
गिरिजा की जिद पे था बना,
सोने का वो महल,
मोहरत कराने आया था,
रावण पिता के संग,
सोने की लंका दुष्ट की,
झोली में डाल दी,
देने से पहले तू जरा,
क्यों सोचता नहीं,
शंकर दयालु दुसरा,
तुमसा कोई नहीं।।
मंथन की गाथा क्या कहे,
क्या क्या नहीं हुआ,
अमृत पिलाया देवों को,
और विष तू पी गया,
देवों का देव ‘हर्ष’ तू,
दुनिया ये जानती,
देने से पहले तू जरा,
क्यों सोचता नहीं,
शंकर दयालु दुसरा,
तुमसा कोई नहीं।।
शंकर दयालु दूसरा,
तुमसा कोई नहीं,
देने से पहले तू जरा,
क्यों सोचता नहीं,
शंकर दयालु दुसरा,
तुमसा कोई नहीं।।
“शंकर दयालु दूसरा तुमसा कोई नहीं” जैसे भजन हमें भगवान शिव के अनंत प्रेम और दया के बारे में सोचने पर मजबूर कर देते हैं। शिव जी की दयालुता उनके हर भक्त को जीवन की कठिनाइयों से उबारने का एक अविस्मरणीय रास्ता है। अगर आप इस भजन के माध्यम से शिव जी की कृपा को महसूस कर रहे हैं, तो आप “ॐ नमः शिवाय” या “शिव तांडव स्तोत्र” जैसे अन्य भजनों को भी पढ़ें और शिव जी की भक्ति में और गहरे उतरें। शिव जी के भजन हमारे जीवन को शक्ति, शांति और आशीर्वाद से भर देते हैं।

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile