शादी है मेरे भोलेनाथ की शिवरात्रि विशेष भजन

महादेव और माता पार्वती का विवाह केवल एक पौराणिक कथा नहीं, बल्कि भक्तों के लिए भक्ति और समर्पण का महापर्व है। शिवरात्रि के इस पावन अवसर पर शादी है मेरे भोलेनाथ की भजन हमें उस दिव्य क्षण की याद दिलाता है, जब पूरे ब्रह्मांड ने भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह का उत्सव मनाया था। इस भजन का पाठ हमें शिव-पार्वती के प्रेम व त्याग की गहराई को समझने का अवसर प्रदान करता है।

Shadi Hai Mere Bholenath Ki Shivratri Vishesh Bhajan

शोभा बड़ी है शिवरात की,
शादी है मेरे भोलेनाथ की।1।

शिव शंकर मेरा भोला भाला है,
इनके गले में सर्प माला है,
जटा से बहती गंगा धारा है,
तन पे शोभे इनके मृग छाला है,
महिमा महान प्रभु आपकी,
शादी हैं मेरे भोले नाथ की,
शोभा बड़ी है शिवरात की,
शादी हैं मेरे भोले नाथ की।2।

नंदी पर बैठे सज के भोले जी,
संग में सब भूत पिशाच भी डोले जी,
ब्रह्मा विष्णु देखो सब देव आए,
शिव भक्त झूमे नाचे और गाए,
लाइन लगी है बिच्छू सांप की,
शादी है आज मेरे नाथ की,
शोभा बड़ी है शिवरात की,
शादी हैं मेरे भोले नाथ की।3।

भस्म भभूत लिपटा शिव के तन,
ऊपर से चंचल शिव शंकर का मन,
जैसे बजाए डमरू डम डम डम,
करने लगे सब शिव गण बम बम बम,
चर्चा है शिव गौरा के नाम की,
शादी हैं मेरे भोले नाथ की,
शोभा बड़ी है शिवरात की,
शादी हैं मेरे भोले नाथ की।4।

शोभा बड़ी है शिवरात की,
शादी है मेरे भोलेनाथ की।5।

शिवरात्रि केवल एक पर्व नहीं, बल्कि शिव और शक्ति के मिलन का दिव्य उत्सव है। जब हम शिव विवाह से जुड़ी कथाओं और भजनों का पाठ करते हैं, तो यह हमारे मन को भक्तिभाव से भर देता है। “शादी है मेरे भोलेनाथ की” की तरह “कैलाशपति की बारात चली”, “आज मंगला गौरी आई रे”, “शिव पार्वती विवाह गीत”, और “शिव विवाह मंत्र” जैसे भजन भी हमें शिव-पार्वती के शुभ विवाह के महत्व का अनुभव कराते हैं। इन पावन भजनों का पाठ करें और शिव कृपा प्राप्त करें।

Leave a comment