सारे जहाँ से तेरी महिमा न्यारी है शिव भजन लिरिक्स

सारे जहाँ से तेरी महिमा न्यारी है भजन शिव जी की अनंत महिमा को व्यक्त करता है। यह भजन शिव के अद्वितीय रूप और उनके सार्वभौमिक प्रभाव का गुणगान करता है, जो हर एक जीव के जीवन में अनंत शक्ति और शांति प्रदान करते हैं। पंडित सत्य प्रकाश जी द्वारा प्रस्तुत इस भजन में शिव के प्रति गहरी श्रद्धा और उनकी आराधना का अद्भुत रूप देखने को मिलता है। यह भजन भक्तों को एक शक्तिशाली आशीर्वाद से भर देता है, जो उनकी भक्ति और विश्वास को और मजबूत करता है।

Sare Jaha Se Teri Mahima Nyari Hai

देवो का देव है तू भोला भंडारी है…
सारे जहाँ से तेरी महिमा न्यारी है,
सारे जहाँ से तेरी महिमा निराली है।।

तेरा कंठ नागो का दरबार है…
तेरे भाल चाँद को प्यार है,
सदियों से गंगा तूने,
सदियों से गंगा तूने….
जटा में उतारी है,
सारे जहाँ से तेरी महिमा निराली है,
सारे जहाँ से तेरी महिमा निराली है।।

जपे सारी दुनिया तेरे नाम को…
तू करता है भक्तों के हर काम को,
तेरे जैसा ना कोई,
तेरे जैसा ना कोई…
दाता हितकारी है,
सारे जहाँ से तेरी महिमा निराली है,
सारे जहाँ से तेरी महिमा निराली है।।

देवो का देव है तू भोला भंडारी है…
सारे जहाँ से तेरी महिमा न्यारी है,
सारे जहाँ से तेरी महिमा निराली है।।

सारे जहाँ से तेरी महिमा न्यारी है भजन में शिव की महानता और उनके अतुलनीय रूप की सराहना की गई है। उनकी महिमा से यह संसार अभिभूत है और हर कोई उनके दर पर अपने जीवन के संकटों का समाधान ढूंढ़ता है। इस भजन के साथ-साथ, आप शिव शंकर डमरू धारी है जग के आधार, महाकाल को मनाएंगे भोलेनाथ को मनाएंगे, और शिव भोले भंडारी बम भोले औघड़दानी जैसे भजनों के माध्यम से शिव की भक्ति को और गहरा कर सकते हैं, जिससे जीवन में शांति और सौम्यता का अनुभव होगा।









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