सारे जगत में एक तू शिवजी इस भजन में भगवान शिव के अद्वितीय रूप और उनके सार्वभौमिक प्रभाव को दर्शाया गया है। भजन के शब्द हमें यह समझाते हैं कि शिव जी ही ब्रह्मांड के एकमात्र शासक और संपूर्ण सृष्टि के पालनहार हैं। उनके भीतर समाहित शक्ति और करुणा से ही यह सृष्टि संजीवित रहती है। इस भजन के माध्यम से हम शिव जी के अस्तित्व की महिमा और उनके एकत्व को महसूस कर सकते हैं।
Sare Jagat Mien Ek Tu Shivji Bhajan Lyrics
सारे जगत में एक तू,
तू ही तू ही तू ही तू ही।।
नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय,
जपले रे जपले रे ॐ नमः शिवाय,
ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय,
जपले रे जपले रे ॐ नमः शिवाय।
सारे जगत में एक तू,
तू ही तू ही तू ही तू ही,
तू ही, तू ही, तू ही, तू ही,
तू ही, तू ही,
सारे जगत मे एक तू,
तू ही तू ही तू ही तू ही।।
मेरी डोर तुझसे बाबा,
तेरे सुमिरण से ऐसे जुड़ी है,
चाहे जाऊँ जिस तरफ भी,
खुशियाँ बाहे फैलाए खड़ी है
मेरे घर में तेरी प्रेम गंगा बही,
मेरे घर में तेरी प्रेम गंगा बही,
सब है तुझसे मैं क्या था रे कुछ भी नही,
कुछ भी नही, कुछ भी नही,
मेरा तो सब कुछ एक तू,
तू ही तू ही तू ही तू ही,
सारे जगत में एक तू,
तू ही तू ही तू ही तू ही।।
मेरे बाग के ओ माली,
फूल खिलते रहे इस चमन में,
तुझसे और क्या मैं मांगू,
करता हूँ तुझको कोटि नमन मैं,
तू दयालु बड़ा तुझसा कोई नही,
तू दयालु बड़ा तुझसा कोई नही,
सारे संसार में बाबा कोई नही,
कोई नही, कोई नही,
भोला है भोला जोगिया तू ही तू ही,
तू ही, तू ही,
सारे जगत मे एक तू,
तू ही तू ही तू ही तू ही।।
सारे जगत में एक तू,
तू ही तू ही तू ही तू ही,
तू ही, तू ही, तू ही, तू ही,
तू ही, तू ही,
सारे जगत में एक तू,
तू ही तू ही तू ही तू ही।।
“सारे जगत में एक तू शिवजी” जैसे भजन हमें भगवान शिव के अद्वितीय और सर्वशक्तिमान रूप को महसूस कराते हैं। शिव जी ही हमारे जीवन में एकमात्र मार्गदर्शक और शरणदाता हैं, जो हर भक्त की पुकार सुनते हैं और उसे आशीर्वाद से नवाज़ते हैं। अगर आप इस भजन के माध्यम से शिव जी की महिमा को महसूस कर रहे हैं, तो आप “ॐ नमः शिवाय”, “शिव तांडव स्तोत्र” और “शिव शंकर चले कैलाश” जैसे अन्य भजनों को भी पढ़ें और शिव जी की भक्ति में और गहरे उतरें। शिव जी के भजन हमारे जीवन को शांति, शक्ति और आशीर्वाद से भर देते हैं।

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile