ॐ नमः शिवाय! पंडित सत्य प्रकाश के साथ हम आज सदाशिव सर्व वरदाता दिगम्बर हो तो ऐसा हो भजन का आनंद लेने जा रहे हैं। इस भजन में सदाशिव के अनंत रूप की महिमा का गान किया गया है, जो सर्व जगत के पालनहार, वरदाता और अनुग्रहदाता हैं। यह भजन शिव जी के अपरंपार करुणा और उनके गहन आशीर्वाद की ओर एक श्रद्धा भरा कदम है।
Sadashiv Sarv Vardata Digamber Ho To Aisa Ho Bhajan Lyrics
सदाशिव सर्व वरदाता,
दिगम्बर हो तो ऐसा हो,
हरे सब दुःख भक्तों के,
दयाकर हो तो ऐसा हो,
सदाशिंव सर्व वरदाता,
दिगम्बर हो तो ऐसा हो।।
शिखर कैलाश के ऊपर,
कल्पतरुओं की छाया में,
रमे नित संग गिरिजा के,
रमणधर हो तो ऐसा हो,
सदाशिंव सर्व वरदाता,
दिगम्बर हो तो ऐसा हो।।
शीश पर गंग की धारा,
सुहाए भाल पर लोचन,
कला मस्तक पे चन्दा की,
मनोहर हो तो ऐसा हो,
सदाशिंव सर्व वरदाता,
दिगम्बर हो तो ऐसा हो।।
भयंकर जहर जब निकला,
क्षीरसागर के मंथन से,
रखा सब कण्ठ में पीकर,
कि विषधर हो तो ऐसा हो,
सदाशिंव सर्व वरदाता,
दिगम्बर हो तो ऐसा हो।।
सिरों को काटकर अपने,
किया जब होम रावण ने,
दिया सब राज दुनियाँ का,
दिलावर हो तो ऐसा हो,
सदाशिंव सर्व वरदाता,
दिगम्बर हो तो ऐसा हो।।
बनाए बीच सागर के,
तीन पुर दैत्य सेना ने,
उड़ाए एक ही शर से,
त्रिपुरहर हो तो ऐसा हो,
सदाशिंव सर्व वरदाता,
दिगम्बर हो तो ऐसा हो।।
देवगण दैत्य नर सारे,
जपें नित नाम शंकर जो,
वो ब्रह्मानन्द दुनियाँ में,
उजागर हो तो ऐसा हो,
सदाशिंव सर्व वरदाता,
दिगम्बर हो तो ऐसा हो।।
सदाशिव सर्व वरदाता,
दिगम्बर हो तो ऐसा हो,
हरे सब दुःख भक्तों के,
दयाकर हो तो ऐसा हो,
सदाशिंव सर्व वरदाता,
दिगम्बर हो तो ऐसा हो।।
“सदाशिव सर्व वरदाता दिगम्बर हो तो ऐसा हो” भजन शिव जी के असीम आशीर्वाद और करुणा की शक्ति को व्यक्त करता है। यह भजन हमें यह याद दिलाता है कि जब हम शिव के शरण में होते हैं, तो वे हमें हर संकट से उबारते हैं और हमारे जीवन को पवित्र करते हैं। यदि आप शिव की भक्ति में और गहरे समाहित होना चाहते हैं, तो शिव को वरूँगी ये जिद ठाने गौरा कहना ना माने, भोले बाबा शरण में तुम्हारी, महाकाल की नगरी में मकान होना चाहिए, और शिव तुम कितने सुंदर हो जैसे अन्य भजनों को भी पढ़ें और उनके आशीर्वाद से अपने जीवन को आभायुक्त करें।

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile