पता नहीं किस रूप में आकर शिव शंकर मिल जाएगा

पता नहीं किस रूप में आकर शिव शंकर मिल जाएगा भजन महादेव की अनंत लीला और उनकी रहस्यमयी उपस्थिति को दर्शाता है। भोलेनाथ कब, कहां, और किस रूप में अपने भक्तों को दर्शन देंगे, यह कोई नहीं जानता। उनकी कृपा अपार है, और जो सच्चे मन से उनका स्मरण करता है, उसे शिव शंकर किसी न किसी रूप में मार्गदर्शन देने आ ही जाते हैं। यह भजन हमें सिखाता है कि शिव केवल मंदिरों में ही नहीं, बल्कि हर जगह, हर कण में विद्यमान हैं।

Pata Nahi Kis Rup Me Aakar Shiv Shankar Mil Jayga

पता नहीं किस रूप में आकर,
शिव शंकर मिल जाएगा,
निर्मल मन के दर्पण में,
भोलेनाथ का दर्शन पाएगा,
पता नही किस रूप में आकर,
शिव शंकर मिल जाएगा।1।

झूठ कपट निंदा को त्यागो,
हर प्राणी से प्यार करो,
घर आए अतिथि कोई तो,
यथा शक्ति सत्कार करो,
शिव शंकर के सुमिरन से जो,
मन का मेल छुड़ाएगा,
निर्मल मन के दर्पण में,
भोलेनाथ का दर्शन पाएगा,
पता नही किस रूप में आकर,
शिव शंकर मिल जाएगा।2।

नर शरीर अनमोल रे प्राणी,
शिव कृपा से पाया है,
झूठे जग प्रपंच में पड़कर,
क्यों शिव को बिसराया है,
समय हाथ से निकल गया तो,
सिर धुन धुन पछतायेगा,
निर्मल मन के दर्पण में,
भोलेनाथ का दर्शन पाएगा,
पता नही किस रूप में आकर,
शिव शंकर मिल जाएगा।3।

दौलत का अभिमान है झूठा,
ये तो आनी जानी है,
राजा रंक अनेकों हुए,
कितनों की सुनी कहानी है,
शिव नाम का महामंत्र ही,
साथ तुम्हारे जाएगा,
निर्मल मन के दर्पण में,
भोलेनाथ का दर्शन पाएगा,
पता नही किस रूप में आकर,
शिव शंकर मिल जाएगा।4।

पता नहीं किस रूप में आकर,
शिव शंकर मिल जाएगा,
निर्मल मन के दर्पण में,
भोलेनाथ का दर्शन पाएगा,
पता नही किस रूप में आकर,
शिव शंकर मिल जाएगा।5।

पता नहीं किस रूप में आकर शिव शंकर मिल जाएगा भजन करने से हमारे हृदय में शिव जी के प्रति अटूट श्रद्धा और विश्वास जागृत होता है। महादेव हर भक्त की पुकार सुनते हैं और उसकी भक्ति को स्वीकार करते हैं। अगर आपको यह भजन पसंद आया, तो महाकाल आरती, शिव तांडव स्तोत्र, शिव चालीसा, और हर हर महादेव भजन भी करें। इन भजनों से आपकी आत्मा शिव भक्ति में रम जाएगी और महादेव की कृपा सदा आप पर बनी रहेगी। 🚩✨

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