ओम जय शिव ओंकारा हर हर शिव ओंकारा लिरिक्स

ओम जय शिव ओंकारा, हर हर शिव ओंकारा यह भजन शिव महिमा का दिव्य स्तुति है, जो भगवान शिव के ओंकार स्वरूप की आराधना करता है। यह भजन भक्तों को उनके चरणों में समर्पित होने और शिव तत्व में लीन होने का संदेश देता है। जब यह भजन किया जाता है, तो मन शांत हो जाता है और आत्मा शिवमय आनंद से भर जाती है। आइए, इस भजन को करके महादेव की महिमा का गुणगान करें।

Om Jay Shiv Omkara Har Har Shiv Omkara Lyrics

ओम जय शिव ओंकारा,
हर हर शिव ओंकारा
गंगा जटा समाए आपके,
जिसने जग तारा।।

जय भयहारक पातक तारक,
जय जय अविनाशी
जय महेश जय आदिदेव,
जय जय कैलाशी
कृपा आपकी से मिटता है,
मन का अंधियारा।।

जय त्रिपुरारी जय मदहारी,
भक्तन हितकारी
जय डमरुधर जय नागेश्वर,
भोले भंडारी
मेरी बड़ी भूल को प्रभु ने,
पल में निस्तारा।।

जो शिव को नाहीं समझे,
वह बड़ा है अज्ञानी
पग पग पर वह ठोकर खाता,
ऐसा अभिमानी
शिव कृपा से जगमग करता,
है यह जग सारा।।

ओम जय शिव ओंकारा,
हर हर शिव ओंकारा
गंगा जटा समाए आपके,
जिसने जग तारा।।

भगवान शिव संहारक, पालक और सृष्टि के आधार हैं। उनकी आराधना से जीवन में शांति, सुख और मोक्ष की प्राप्ति होती है। शिव की भक्ति हमें हर संकट से उबारती है और हमारी आत्मा को शिवत्व की ओर ले जाती है। उनकी कृपा का अनुभव करने के लिए बोलो भाई ओम नमः शिवाय , भोलेनाथ तुम्हारा भोलापन , जो शिव भोले की भक्ति में रम जाएगा , और महाकाल की गुलामी मेरे काम आ रही है जैसे भजनों को भी करें और शिव आराधना में लीन हो जाएं। 🚩🔱

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