निराले शम्भु को बिगड़ी बना देना भी आता है एक आस्था और भरोसे से भरा शिव भजन है, जो भगवान शंकर की विशेषता और उनकी करुणा की झलक दिखाता है। इस भजन में यह संदेश छिपा है कि जब जीवन की राहें कठिन हो जाएं और सब रास्ते बंद लगें, तब भी भोलेनाथ की शरण में जाने से हमारी बिगड़ी हुई किस्मत भी संवर जाती है।
Nirale Shambhu Ko Bigadi Bana Dena Bhi Aata Hai Lyrics
श्लोक-
गुरुर ब्रह्मा गुरुर विष्णु,
गुरुर देवो महेश्वरः,
गुरुर साक्षात परम ब्रह्म,
तस्मै श्री गुरुवे नमः।
त्वमेव माता च पिता त्वमेव,
त्वमेव बन्धुश्च सखा त्वमेव,
त्वमेव विद्या द्रविणम् त्वमेव,
त्वमेव सर्वम् मम देव देव।
करपूर गौरम करूणावतारम,
संसार सारम भुजगेन्द्र हारम,
सदा वसंतम हृदयारविंदे,
भवम भवानी सहितं नमामि।।
निराले शम्भु को बिगड़ी,
बना देना भी आता है,
पड़ी मजधार में नैया,
खिवा देना भी आता है,
निरालें शम्भु को बिगड़ी,
बना देना भी आता है।।
रहे वो मस्त भंगिया में,
गले सर्पो की माला है,
गले सर्पो की माला है,
उन्हें खोई हुई किस्मत,
जगा देना भी आता है,
निरालें शम्भु को बिगड़ी,
बना देना भी आता है।।
विराजे आप पर्वत पर,
अनेको गढ़ है भोले के,
अनेको गढ़ है सेवा में,
उन्ही में रहते भोले को,
सुनो आनंद आता है,
निरालें शम्भु को बिगड़ी,
बना देना भी आता है।।
सुना शिव भक्तो के दाता,
नए नित खेल करते है,
नए नित खेल करते है,
दिया वरदान भस्मा को,
जला देना भी आता है,
निरालें शम्भु को बिगड़ी,
बना देना भी आता है।।
तुम्हारे भक्तो ने भोले,
तुम्हे हरदम पुकारा है,
तुम्हे हरदम पुकारा है,
ख़ुशी से ‘दिनेश’ तेरे को,
मनाने आज आता है,
निरालें शम्भु को बिगड़ी,
बना देना भी आता है।।
निराले शम्भु को बिगड़ी,
बना देना भी आता है,
पड़ी मजधार में नैया,
खिवा देना भी आता है,
निरालें शम्भु को बिगड़ी,
बना देना भी आता है।।
“निराले शम्भु को बिगड़ी बना देना भी आता है” जैसा भजन शिवजी की दया, उनके निराले स्वभाव और भक्तों पर अनंत कृपा को दर्शाता है। ऐसे भजनों को पढ़कर मन में विश्वास जागता है कि जीवन की हर परेशानी का समाधान भगवान शिव के पास है। आप “खोलो समाधी भोले शंकर मुझे दरश दिखाओ”, “झूम रहा सारा कैलाश भोले जी की भक्ति में”, “जय हों भोलेनाथ जय हो तिहारी”, और “भोले की दीवानी बन जाउंगी” जैसे अन्य शिव भजनों को भी अवश्य पढ़ें। इन भजनों के माध्यम से हम शिवजी के चमत्कारों और भक्ति की शक्ति को गहराई से अनुभव कर सकते हैं।

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile