Nath Main To Haar Gai Ghot Ke Bhang Tumhari Bhajan Lyrics
नाथ मै तो हार गई,
घोट के भांग तुम्हारी,
हम तो हुए पराए स्वामी,
हम तो हुए पराए स्वामी,
भांग लगे तुम्हे प्यारी,
नाथ मै तो हार गई,
घोट के भांग तुम्हारी।।
हरी हरी भांग की बूटी देखो,
हरी हरी भांग की बूटी देखो,
सौतन बनी हमारी,
जंगल छोड़ के खोए दिए इसने,
बोए बोए मै हारी,
नाथ मैं तो हार गई,
घोट के भांग तुम्हारी।।
चुन चुन लाऊँ भांग तुम्हारी,
चुन चुन लाऊँ भांग तुम्हारी,
घोट दउ फिर सारी,
घोट दउ फिर सारी,
घोटत घोटत घिसो सील बटना,
अब टूटन की बारी,
नाथ मैं तो हार गई,
घोट के भांग तुम्हारी।।
तुम तो हो अलमस्त भांग के,
तुम तो हो अलमस्त भांग के,
मस्ती में भंडारी,
मस्ती में भंडारी,
दिन भर राम नाम चढ़ गाओ,
नंदी की असवारी,
नाथ मैं तो हार गई,
घोट के भांग तुम्हारी।।
नाथ मै तो हार गई,
घोट के भांग तुम्हारी,
हम तो हुए पराए स्वामी,
हम तो हुए पराए स्वामी,
भांग लगे तुम्हे प्यारी,
नाथ मै तो हार गई,
घोट के भांग तुम्हारी।।
नाथ मै तो हार गई घोट के भांग तुम्हारी भजन शिव जी की अनोखी लीला और उनके भक्तों पर कृपा को दर्शाता है। ऐसे भजनों को पढ़ना और करना हमारे जीवन में शिव जी की महिमा और आशीर्वाद को मजबूत करता है। आप “जानता है सब हाल तू मेरे”, “हर नगर नगर और डगर डगर हम जहाँ भी द्रष्टि डाले”, “ओ भूतनाथ बाबा क्या खेल रचाया है”, और “शिव नाम के सहारे पापी भी मुक्ति पाए” जैसे अन्य शिव भजनों को भी अवश्य पढ़ें और शिव जी की कृपा से परिपूर्ण हो जाएं।

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile