Meri Gaura Ji Ki Sadi Bhole Se Ho Gayi
कनखल नगरी फूलों की बरसात हो गई,
मेरी गौरा जी की शादी भोले से हो गई,
हरिद्वार में फूलों की बरसात हो गई,
मेरी गौरा जी की शादी भोले से हो गई……
गंगा कहे मैं बड़ी और जमुना कहे मैं बड़ी,
काहे की बड़ी मेरी जटा में वही,
मेरी गौरा जी की शादी भोले से हो गई……
चंदा कहे मैं बड़ा और सूरज कहे मैं बड़ा,
काहे का बड़ा मेरे माथे पर सजा,
मेरी गौरा जी की शादी भोले से हो गई……
डमरु कहे मैं बड़ा त्रिशूल कहे मैं बड़ा,
काहे का बड़ा मेरे हाथों में सजा,
मेरी गौरा जी की शादी भोले से हो गई……
नाग कहे मैं बड़ा और नागिन कहे मैं बड़ी,
काहे की बड़ी मेरे गले में पड़ी,
मेरी गौरा जी की शादी भोले से हो गई……
बाघ अंबर कहे मैं बड़ा भस्मी कहे मैं बड़ा,
काहे की बड़ी मेरे तन पे सजी,
मेरी गौरा जी की शादी भोले से हो गई……
संत कहे मैं बड़ा और भक्त कहे मैं बड़ा,
काहे का बड़ा मेरे द्वारे पर खड़ा,
मेरी गौरा जी की शादी भोले से हो गई……

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile