मेरा शिव सन्यासी हो गया कावड़ियों के मेले में यह भजन भगवान शिव के प्रति पूर्ण समर्पण और भक्ति का प्रतीक है। इस भजन में शिव जी के उस रूप का दर्शन होता है, जिसमें वह कावड़ियों के संग मेले में दिखाई देते हैं, यह दर्शाता है कि भगवान शिव अपने भक्तों के साथ हर अवस्था में होते हैं। हम इस भजन के जरिए शिव जी की उपासना और भक्ति का महत्व समझेंगे।
Mera Shiv Sanyasi Ho Gaya Kawdiyon Ke Mele Mien Bhajan Lyrics
मेरा शिव सन्यासी हो गया,
कावड़ियों के मेले में,
बम बम की धुन में खो गया,
कावड़ियों के रेले में,
सावन की मस्त बहार,
ऐसी ठंडी पड़े फुहार,
अब इससे ज्यादा क्या कहूं,
वो मस्त भंग में हो गया,
कावड़ियों के मेले में,
मेरा शिव सन्यासी हों गया,
कावड़ियों के मेले में।।
मेरा नाथ बड़ा है भोला,
करे भांग के ऊपर रोला,
जोगी का भेष बना के,
कांधे पे लटके झोला,
संग कुण्डी सोटा ले गया,
कावड़ियों के मेले में,
मेरा शिव सन्यासी हों गया,
कावड़ियों के मेले में
सावन की मस्त बहार,
ऐसी ठंडी पड़े फुहार,
अब इससे ज्यादा क्या कहूं,
वो मस्त भंग में हो गया,
कावड़ियों के मेले में,
मेरा शिव सन्यासी हों गया,
कावड़ियों के मेले में।।
कैलाश पे हल्ला भारी,
कहाँ चले गए भंडारी,
कहीं ब्रम्हा विष्णु ढूंढे,
कही ढूंढे गौरा प्यारी,
संग में नंदी को ले गया,
कावड़ियों के मेले में,
मेरा शिव सन्यासी हों गया,
कावड़ियों के मेले में
सावन की मस्त बहार,
ऐसी ठंडी पड़े फुहार,
अब इससे ज्यादा क्या कहूं,
वो मस्त भंग में हो गया,
कावड़ियों के मेले में,
मेरा शिव सन्यासी हों गया,
कावड़ियों के मेले में।।
मेरे शिव का रूप निराला,
है लम्बे चोटे वाला,
कर में त्रिशूल और डमरू,
गल में सर्पो की माला,
भक्तो के मन को मोह गया,
कावड़ियों के मेले में,
मेरा शिव सन्यासी हों गया,
कावड़ियों के मेले में।
सावन की मस्त बहार,
ऐसी ठंडी पड़े फुहार,
अब इससे ज्यादा क्या कहूं,
वो मस्त भंग में हो गया,
कावड़ियों के मेले में,
मेरा शिव सन्यासी हों गया,
कावड़ियों के मेले में।।
मेरा शिव सन्यासी हो गया,
कावड़ियों के मेले में,
बम बम की धुन में खो गया,
कावड़ियों के रेले में,
सावन की मस्त बहार,
ऐसी ठंडी पड़े फुहार,
अब इससे ज्यादा क्या कहूं,
वो मस्त भंग में हो गया,
कावड़ियों के मेले में,
मेरा शिव सन्यासी हों गया,
कावड़ियों के मेले में।।
“मेरा शिव सन्यासी हो गया कावड़ियों के मेले में” जैसा भजन हमें भगवान शिव के साथ हमारी भक्ति यात्रा की गहराई का अहसास कराता है। इस भजन के माध्यम से हम शिव जी की उपस्थिति को अपने जीवन में महसूस कर सकते हैं। यदि आप इस भजन से शिव जी की महिमा को समझ रहे हैं, तो “शिव तांडव स्तोत्र” या “हर हर महादेव” जैसे अन्य भजनों को भी पढ़ें और शिव जी की भक्ति में अधिक गहरे उतरें। शिव जी के भजन हमें उनके शरण में लाकर हमारे जीवन को आशीर्वादित करते हैं।

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile