Main Bhola Parvat Ka
मैं भोला पर्वत का वासी हूं निवासी हूं,
मैं भोला पर्वत का वासी हूं निवासी हूं…..
मैं भोला पर्वत का वासी तू क्यू बनान लगी दासी,
मैं भोला पर्वत का वासी तू क्यू बनान लगी दासी,
अरे जिद अपनी तू छोड़ दे मन,
मन मुझसे अपना मोड ले,
मैं ही आदी मैं अनंत हूं,
मैं दानव मैं ही संत हूं,
मैं भोला पर्वत का वासी हूं निवासी हूं…
शफरी से मिलते नैन तेरे,
मेरे नैन मैं अग्नि जलती है,
मेने विष में कंठ सजया है,
तेरे रूप से मयूरी खिलती है,
शफरी से मिलते नैन तेरे,
मेरे नैन मैं अग्नि जलती है,
मेने विष में कंठ सजया है,
तेरे रूप से मयूरी खिलती है,
एक डेरा तेरे दिल में मेरा,
एक डेरा मेरा पर्वत मैं,
मैं भोला पर्वत का वासी हूं निवासी हूं,
मैं भोला पर्वत का वासी हूं निवासी हूं………
मेरी डाल दो भवरिया भोले जी के संग,
मेरी डाल दो भवरिया भोले जी के संग,
भोले जी के संग जट्टाधारी जी के संग,
भोले जी के संग जट्टाधारी जी के संग,
मेरी दाल दो भवरिया भोले जी के संग,
मेरी दाल दो भवरिया भोले जी के संग…….
मृग चल ओढ़ कर बैठा हूं,
तुझे भावे रेशम के जोड़े,
नंदी की करू सवारी मैं,
मेरे पास नहीं हाथी घोड़े,
मृग चल ओढ़ कर बैठा हूं,
तुझे भावे रेशम के जोड़े,
नंदी की करू सवारी मैं,
मेरे पास नहीं हाथी घोड़े,
घनघोर अघोरी कहलाऊ,
कहलाता हूं कैलाशी मैं,
मैं भोला पर्वत का वासी हूं निवासी हूं,
मैं भोला पर्वत का वासी हूं निवासी हूं,
मैं भोला पर्वत का वासी हूं निवासी हूं,
मैं भोला पर्वत का वासी हूं निवासी हूं……

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile