क्यों भूल गए भोलेनाथ क्या भूल हुई है नाथ मुझे क्यों भुला दिया

आज हम जो भजन क्यों भूल गए भोलेनाथ क्या भूल हुई है नाथ मुझे क्यों भुला दिया पढ़ने जा रहे हैं, वह भक्त की गहरी भावनाओं को व्यक्त करता है। इसमें भक्त भगवान शिव से सवाल करता है कि वह क्यों भूल गया है, और क्या कोई गलती हुई है जिसके कारण वह शिव की कृपा से वंचित हो गया। यह भजन उस समय की संवेदनाओं को व्यक्त करता है जब भक्त अपने जीवन में असमर्थ और अकेला महसूस करता है।

Kyon Bhool Gaye Bholenath Kya Bhool Hui Hai Nath Mujhe Kyon Bhula Diya

क्यों भूल गए भोलेनाथ,
क्या भूल हुई है नाथ,
मुझे क्यों भुला दिया,
प्रभु देख मेरे हालात,
ना छोड़ना मेरा साथ,
मुझे क्यों भुला दिया,
क्यो भूल गए भोलेनाथ,
क्या भूल हुई है नाथ,
मुझे क्यों भुला दिया।।

जीवन में मेरे बाबा,
तूफान सा आया है,
कल तक जो अपना था,
वो आज पराया है,
अब तू ही पकड़ना हाथ,
मेरे भूतो के हे नाथ,
मुझे क्यों भुला दिया,
क्यो भूल गए भोलेनाथ,
क्या भूल हुई है नाथ,
मुझे क्यों भुला दिया।।

दुनिया ने भुलाया है,
रह रह के सताया है,
खुदगर्ज ज़माने में,
तुझे अपना पाया है,
अब हो गई कौन सी बात,
मेरा छोड़ दिया क्यों साथ,
मुझे क्यों भुला दिया,
क्यो भूल गए भोलेनाथ,
क्या भूल हुई है नाथ,
मुझे क्यों भुला दिया।।

कही गिर ना जाऊं मैं,
बाहों में जकड ले तू,
तेरे ‘हर्ष’ का दीनानाथ,
अब हाथ पकड़ ले तू,
अब मेट दो काली रात,
बाबा समझ मेरे जज्बात,
मुझे क्यों भुला दिया,
क्यो भूल गए भोलेनाथ,
क्या भूल हुई है नाथ,
मुझे क्यों भुला दिया।।

क्यों भूल गए भोलेनाथ,
क्या भूल हुई है नाथ,
मुझे क्यों भुला दिया,
प्रभु देख मेरे हालात,
ना छोड़ना मेरा साथ,
मुझे क्यों भुला दिया,
क्यो भूल गए भोलेनाथ,
क्या भूल हुई है नाथ,
मुझे क्यों भुला दिया।।

“क्यों भूल गए भोलेनाथ क्या भूल हुई है नाथ मुझे क्यों भुला दिया” भजन हमें यह सिखाता है कि भगवान शिव अपने भक्तों से कभी दूर नहीं होते, बल्कि वे हमेशा उनके साथ होते हैं। यदि हम अपने जीवन में कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं, तो हमें यह समझने की आवश्यकता है कि भगवान शिव की कृपा हर समय हमारे साथ है। जो भी इस भजन को श्रद्धा से पढ़े या नियमित रूप से करे, वह भगवान शिव की कृपा और आशीर्वाद से धन्य होता है। यदि यह भजन आपके मन को शांति और आत्मविश्वास प्रदान करता है, तो “जो उज्जैन की शान है वो बाबा महाकाल है”, “महाकाल से मिलने चला सवारी वाला”, “भोले जी तेरे द्वार का दीवाना” और “शिव शंभू तेरी महिमा न्यारी” जैसे अन्य शिव भजनों को भी पढ़ें। ये भजन आपकी शिव भक्ति को और गहरा और सशक्त बनाएंगे।


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