जय भोलेनाथ! पंडित सत्य प्रकाश के साथ हम आज एक अत्यंत दिल को छूने वाला भजन कितना विष पी डाला भोले भाले सरकार का गान करेंगे। इस भजन में भगवान शिव की महानता का वर्णन किया गया है, जो अपनी भोली भाली सूरत के बावजूद दुनिया के सबसे बड़े संकटों और विषों को पी जाते हैं। इस भजन के माध्यम से यह दर्शाया गया है कि शिव जी अपने भक्तों के लिए हर दुःख को सहते हैं और उन्हें अपनी छांव में समेट लेते हैं।
Kitna Vish Pi Dala Bhole Bhale Sarkar Bhajan Lyrics
कितना विष पी डाला,
भोले भाले सरकार,
शीश पे गंगा फिर भी,
तू मांगे जल की धार।
भूल गया क्या तेरा,
रुतबा है न्यारा,
देवों में सबसे ऊपर,
नाम तुम्हारा,
मांग तेरे भक्तो से,
कोई अच्छा सा उपहार,
शीश पे गंगा फिर भी,
तू मांगे जल की धार।
कितना विष पि डाला,
भोले भाले सरकार,
शीश पे गंगा फिर भी,
तू मांगे जल की धार।।
मीलो तू बाबा हमको,
पैदल चलाए,
छोटी सी लुटिया में,
जल भरवाए,
पाँव में कंकड़ कांटे,
चुभ जाते कई हजार,
शीश पे गंगा फिर भी,
तू मांगे जल की धार।
कितना विष पि डाला,
भोले भाले सरकार,
शीश पे गंगा फिर भी,
तू मांगे जल की धार।।
सावन है तेरा बरसे,
दिन रात पानी,
फिर क्या कमी है तुमको,
जल की ओ दानी,
हमको भी ऐ बाबा,
बतलाओ ना एक बार,
शीश पे गंगा फिर भी,
तू मांगे जल की धार।
कितना विष पि डाला,
भोले भाले सरकार,
शीश पे गंगा फिर भी,
तू मांगे जल की धार।।
‘सोनू’ कहे की गंगा,
जल के बहाने,
पास बुलाता अपने,
प्यार लुटाने,
पतितो को कर देती,
पावन गंगा की धार,
शीश पे गंगा फिर भी,
तू मांगे जल की धार।
कितना विष पि डाला,
भोले भाले सरकार,
शीश पे गंगा फिर भी,
तू मांगे जल की धार।।
कितना विष पी डाला,
भोले भाले सरकार,
शीश पे गंगा फिर भी,
तू मांगे जल की धार।।
“कितना विष पी डाला भोले भाले सरकार” भजन हमें भगवान शिव की असीम शक्ति और अर्पित भक्ति का अहसास कराता है। जब हम शिव जी की भक्ति करते हैं, तो वह हमें हर प्रकार के कष्टों से उबारने की शक्ति प्रदान करते हैं। अगर आप और अधिक शिव भक्ति में रमे रहना चाहते हैं, तो शिव तुम कितने सुंदर हो, महाकाल की नगरी में मकान होना चाहिए, भोले बाबा शरण में तुम्हारी, और शिव भोले की कृपा से दुनिया ये चल रही है जैसे अन्य भजनों को भी पढ़ें और शिव जी के आशीर्वाद से अपने जीवन को सरल और समृद्ध बनाएं।

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile