खोलो समाधी भोले शंकर मुझे दरश दिखाओ लिरिक्स

खोलो समाधी भोले शंकर मुझे दरश दिखाओ एक अत्यंत भावभीना और आत्मा को स्पर्श करने वाला शिव भजन है, जिसमें भक्त भगवान भोलेनाथ से निवेदन करता है कि वे अपनी समाधि से बाहर आकर दर्शन दें। यह भजन उस गहरी तड़प और भक्तिभाव का प्रतीक है, जो हर भक्त के हृदय में अपने ईष्टदेव के साक्षात्कार की लालसा के रूप में बसता है।

Kholo Samadhi Bhole Shankar Mujhe Darash Dikhao Lyrics

खोलो समाधी भोले शंकर,
मुझे दरश दिखाओ,
इस जग की झूठी माया,
से मुझको बचाओ,
खोलो समाधि भोले शंकर,
मुझे दरश दिखाओ।।

शिव शिव जपती मैं,
दूर से आई,
शिव शिव जपती मैं,
दूर से आई,
दर दर की ठोकरें है खाई,
मुझे दरश दिखाओ,
खोलो समाधि भोले शंकर,
मुझे दरश दिखाओ।।

तुमको ढूंढा प्रभु,
मंदिर मंदिर,
तुमको ढूंढा प्रभु,
मंदिर मंदिर,
फिर भी प्रभु ढूंढ ना पाई,
मुझे दरश दिखाओ,
खोलो समाधि भोले शंकर,
मुझे दरश दिखाओ।।

लाई मैं भोले बाबा,
बेल धतूरा,
लाई मैं भोले बाबा,
बेल धतूरा,
गंगा जल मैं लेके आई,
मुझे दरश दिखाओ,
खोलो समाधि भोले शंकर,
मुझे दरश दिखाओ।।

करो मोपे किरपा,
मेरे भोले बाबा,
करो मोपे किरपा,
मेरे भोले बाबा,
दासी का भाग्य जगाओ,
मुझे दरश दिखाओ,
खोलो समाधि भोले शंकर,
मुझे दरश दिखाओ।।

खोलो समाधी भोले शंकर,
मुझे दरश दिखाओ,
इस जग की झूठी माया,
से मुझको बचाओ,
खोलो समाधि भोले शंकर,
मुझे दरश दिखाओ।।

“खोलो समाधी भोले शंकर मुझे दरश दिखाओ” जैसे भजन शिवभक्तों की गहरी साधना और दर्शन की तीव्र लालसा को अभिव्यक्त करते हैं। ऐसे भजनों को पढ़ना आत्मा को शुद्ध करता है और हमें भगवान शिव के प्रति और अधिक समर्पित करता है। शिवजी की कृपा पाने हेतु “कितना रोई पार्वती शिवनाथ के लिए”, “शिव सन्यासी से मरघट वासी से मैया करूँगी मैं तो ब्याह”, “जय हों भोलेनाथ जय हो तिहारी”, और “भोले बाबा की शादी का है त्योहार जी” जैसे अन्य भजनों को भी अवश्य पढ़ें। इन गीतों के माध्यम से हम शिवजी की कृपा, उनकी लीला और उनकी दिव्यता को और गहराई से समझ सकते हैं।

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