Kanwand Kaise Lyau Main
मेरा भी जी कर रहया भोले, हरिद्वार मैं आऊ मैं
लोक्डाउन लग्या भोले नाथ ,बता कैसे कावड़ ल्याऊं मैं
जब जब कावड़ मेला आवै,मस्ती चढ़ती जावै सै
तेरे तै मिलने को भोले, मेरा मन ललचावै सै
तेरे धाम पै आकै भोले,कैसे धूम मचाऊं मैं
हरिद्वार आवण की भोले, कावड़ियों की फुल्ल त्यारी
कोरोना के कहर तै भोले, डर री सै दुनिया सारी
झठ नही कह रहया ओ भोले, बिल्कुल साच बताऊ मैं
देर करो ना भोले नाथ जी, जल्दी कुछ इंतजाम करो
नेत्र तीसरा खोल कोरोना, का अब काम तमाम करो
कावड़िये तेरे खुश हो ज्यांगे, औऱ नही कुछ चाहूँ मै
भीमसैन की इतनी अर्ज़ी ,सुणले भोले भण्डारी
फेर देखकै दुनिया दंग रह ज्यागी, भीड़ लगै ईतणी भारी
तेरे कर कै दर्शन भोले नाथ, फेर फूल्या नही समाऊं मैं

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile