Kan Kan Me Om Samaya Hai
कण कण में ॐ समाया है प्रभु कैसी तुम्हारी माया है,
प्रभु कैसी तुम्हारी माया है,
कभी गणपति में ओम कभी गौरा में ओम,
रिद्धि सिद्धि में ओम समाया है प्रभु कैसी तुम्हारी माया है,
कण कण में ॐ समाया है प्रभु कैसी तुम्हारी माया है…..
कभी ब्रह्मा में ओम कभी विष्णु में ओम,
कभी भोले में ओम समाया है प्रभु कैसी तुम्हारी माया है,
कण कण में ॐ समाया है प्रभु कैसी तुम्हारी माया है…..
कभी गंगा में ओम कभी जमुना में ओम,
कभी लहरों में ओम समाया है प्रभु कैसी तुम्हारी माया है,
कण कण में ॐ समाया है प्रभु कैसी तुम्हारी माया है….
कभी राम में ओम कभी श्याम में ओम,
हनुमत में ओम समाया है प्रभु कैसी तुम्हारी माया है,
कण कण में ॐ समाया है प्रभु कैसी तुम्हारी माया है…..
कभी सूरज में ओम भी चंदा में ओम,
तारों में ओम समाया है प्रभु कैसी तुम्हारी माया है,
कण कण में ॐ समाया है प्रभु कैसी तुम्हारी माया है….
कभी गीता में ओम कभी भागवत में ओम,
कभी वेदों में ओम समाया है प्रभु कैसी तुम्हारी माया है,
कण कण में ॐ समाया है प्रभु कैसी तुम्हारी माया है…

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile