कालो के काल की जय हो महाकाल की भजन लिरिक्स

कालों के काल की जय हो महाकाल की एक भव्य शिव भजन है, जो महाकाल की महिमा का बखान करता है। इस भजन के माध्यम से भक्त महाकाल के अद्वितीय रूप और उनकी शक्ति का गुणगान करते हैं। इस भजन में महाकाल के अनंत और अविनाशी स्वरूप को श्रद्धा और भक्ति से प्रस्तुत किया गया है। इसके द्वारा एक भक्त महाकाल से अपने जीवन की समस्त परेशानियों से मुक्ति की प्रार्थना करता है। आइए, इस भजन के माध्यम से महाकाल की महिमा को समझते हैं और उनके प्रति अपनी भक्ति को व्यक्त करते हैं।

Kalo Ke Kal Ki Jay Ho Mahakal Ki

कालो के काल की,
जय हो महाकाल की…
गौरा के प्राणनाथ,
दीन के दयाल की…
कालों के काल की,
जय हो महाकाल की।।

देवों के देव मेरे,
जय हो महादेव की…
तीनो देव त्रिगुणपति,
जय हो त्रिदेव की…
उज्जैन के राजा मेरे,
जय हो महाकाल की…
कालों के काल की,
जय हो महाकाल की।।

रामेश्वर महादेव,
जय हो महेश की…
विश्वेश्वर उमापति,
जय हो उमेश की…
भाव सहित भक्ति करूं,
कालों के काल की,
कालों के काल की,
जय हो महाकाल की।।

संग मां हरसिद्धि बैठी…
मैया गणेश की,
दर्शन से इनकी पाएं…
भक्ति महेश की,
जय हो बाबा काल भैरव…
काली के लाल की,
कालों के काल की,
जय हो महाकाल की।।

कालो के काल की,
जय हो महाकाल की…
गौरा के प्राणनाथ,
दीन के दयाल की…
कालों के काल की,
जय हो महाकाल की।।

महाकाल, जो न केवल काल के पार हैं, बल्कि समस्त ब्रह्मांड के नियंता हैं, उनके भजन में समाहित शक्ति अनमोल है। इस भजन के द्वारा हम महाकाल की शक्ति और कृपा का अनुभव करते हैं। महाकाल के चरणों में वास करने से भक्तों का जीवन सजग और समृद्ध हो जाता है। ऐसे महान शिव महिमा के भजनों को सुनने और पढ़ने से हमारा आत्मिक कल्याण होता है। इसी तरह महाकाल के दर्शन और शिव शंकर भोलेनाथ जैसे भजनों के माध्यम से महाकाल की आशीर्वाद प्राप्ति की राह आसान हो जाती है।

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