Jai Ho Bhole
शिव समाधि में बैठे,
शिव समाधि में बैठे,
पार्वती संग रहते…….
हाथ जोड़े भक्त बोले,
जय हो भोले, जय हो भोले,
हाँ तू ही मुक्ति द्वार खोले,
जय हो भोले, जय हो भोले……
शिव समाधि में बैठे,
पार्वती संग रहते……
हाथ जोड़े भक्त बोले,
जय हो भोले, जय हो भोले,
हाँ तू ही मुक्ति द्वार खोले,
जय हो भोले, जय हो भोले……
हो मन में तेरी आस्था की ज्योत जागी,
हाँ, हम भी तेरी भक्ति में हो गये बैरागी……
शिव पे भस्म चढ़ा है,
द्वार नंदी खड़ा है,
शिव पे भस्म चढ़ा है,
द्वार नंदी खड़ा है….
खाल ओढ़े भाल चंद्र,
तो योगमग्न बड़ा है…..
शिव समाधि में बैठे,
शिव समाधि में बैठे,
सारे शिवगण कहते हैं……
रुद्र माला तू पिरोले,
जय हो भोले, जय हो भोले,
हाँ डमरू पे संसार डोले,
जय हो भोले, जय हो भोले……..
शिव समाधि में बैठे,
पार्वती संग रहते……..
हाथ जोड़े भक्त बोले,
जय हो भोले, जय हो भोले,
हाँ तू ही मुक्ति द्वार खोले,
जय हो भोले, जय हो भोले………
भोले भोले,
जय हो भोले, जय हो भोले,
भोले भोले,
जय हो भोले, जय हो भोले…..

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile