Hey Shiv Shankar Hey Daya Nidhi
हे शिव शंकर है दयानिधि,
हे करुणा कर है अविनाशी,
हे परमपिता है विश्वेस्वर,
हे सर्वेस्वर घट घट वासी।।
हम आये हैं तेरे द्वारे,
तू अपनाले या ठुकरा दे,
न छोड़ेंगे तेरा द्वारा,
हे जगतपिता है कैलाशी,
हे शिव शंकर है दयानिधि,
हे करुणा कर है अविनाशी।
छाए हैं दुख के बादल,
चहु और हे छाई अंधियारी,
अब तू ही दिखा कोई राह हमे,
हे गंगाधर है सुखराशि,
हे शिव शंकर है दयानिधि
हे करुणा कर है अविनाशी।
तूँ दे ऐसा वरदान हमें,
हम तेरे ही नित गुण गाये,
और प्यास बुझादे दर्शन से,
ये अँखिया दर्शन की प्यासी,
हे शिव शंकर है दयानिधि,
हे करुणा कर है अविनाशी,
हे परमपिता है विश्वेस्वर,
हे सर्वेस्वर घट घट वासी।।

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile