हे भोलेनाथ दया करके अब मुझे बसा लो चरणन में इस भजन में भक्त भगवान शिव से विनती करता है कि वे अपनी असीम कृपा से उसे अपने पवित्र चरणों में बसा लें। यह भजन भगवान शिव के प्रति भक्त की गहरी श्रद्धा और प्रेम को व्यक्त करता है। जब कोई भक्त शिव जी से इस प्रकार की प्रार्थना करता है, तो वह केवल भक्ति का अनुभव नहीं करता, बल्कि वह उनके अनंत आशीर्वाद और कृपा की प्राप्ति की भी कामना करता है।
Hey Bhole Nath Daya Karke Ab Mujhe Basa Lo Charan Mien
हे भोले नाथ दया करके,
अब मुझे बसा लो चरणन में,
हे भोले नाथ दया कर के,
अब मुझे बसा लो चरणन में।।
फल फुल की थाली लायी हूँ,
चरणों में तुम्हरे आयी हूँ,
तुम्हे अपने बसाकर नैनन में,
अब मुझे बसा लो चरणन में।
हे भोले नाथ दया कर के,
अब मुझे बसा लो चरणन में।।
बेल पात की थाली लायी हूँ,
दर्शन को तुम्हारे आई हूँ,
तुम्हे देख लूँ मन के दर्पण में,
अब मुझे बसा लो चरणन में।
हे भोले नाथ दया कर के,
अब मुझे बसा लो चरणन में।।
मैं भंग धतूरा लायी हूँ,
मैं दर दर की ठुकराई हूँ,
मुझे दे दो शरण बस चरणन में,
अब मुझे बसा लो चरणन में।
हे भोले नाथ दया कर के,
अब मुझे बसा लो चरणन में।।
तेरा नाम का सुमिरन करती हूँ,
यही रो रो कर बस कहती हूँ,
तेरे दर्श की प्यास है अखियन में,
अब मुझे बसा लो चरणन में।
हे भोले नाथ दया कर के,
अब मुझे बसा लो चरणन में।।
तेरा प्रेम हमारी पूजा है,
कोई और ना मन में दूजा है,
तुम छिपे हो मन के बगियन में,
अब मुझे बसा लो चरणन में।
हे भोले नाथ दया कर के,
अब मुझे बसा लो चरणन में।।
हे भोले नाथ दया करके,
अब मुझे बसा लो चरणन में,
हे भोले नाथ दया कर के,
अब मुझे बसा लो चरणन में।।
“हे भोलेनाथ दया करके अब मुझे बसा लो चरणन में” भजन हमें यह याद दिलाता है कि भगवान शिव अपने भक्तों की किसी भी स्थिति में मदद करने के लिए तैयार रहते हैं। उनका कृपायुक्त रूप और सरलता हमें उन्हें पूरी श्रद्धा से अपने हृदय में स्थान देने की प्रेरणा देते हैं। अगर यह भजन आपके दिल को छू रहा है, तो आप “जटाधारी बनके त्रिपुरारी बनके चले आना”, “तेरे साथ रहना मुश्किल हो गया है मेरा भोले”, “नंदी की करके सवारी डमरू वाला रे”, और “दया करो भोलेनाथ दिन पे दया करो” जैसे अन्य शिव भजनों को भी पढ़ें और शिव जी के साथ एक गहरे आत्मिक संबंध का अनुभव करें।

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile