हरे शिव शंकर कष्ट सारे चला आ शिव की तू शरण में यह भजन भगवान शिव के प्रति हमारी अनन्य श्रद्धा और विश्वास को व्यक्त करता है। भजन के शब्द हमें यह समझाने की कोशिश करते हैं कि जब भी हम कष्टों से घिर जाएं, शिव जी की शरण में जाने से ही हम उन कष्टों से मुक्त हो सकते हैं। शिव शंकर के प्रति इस भक्ति भाव में विश्वास होता है कि वह हमारे जीवन के सारे संकटों को हर लेते हैं।
Hare Shiv Shankar Kasht Sare Chala Aa Shiv Ki Tu Sharan Mien Bhajan Lyrics
हरे शिव शंकर कष्ट सारे,
चला आ शिव की,
चला आ शिव की तू शरण में,
काम सब बिगड़े वो सँवारे,
हरे शिव शंकर कष्ट सारें,
हरे शिव शंकर कष्ट सारे।।
हरे शिव शंकर कष्ट सारें,
हरे शिव शंकर कष्ट सारें,
है ये जीवन की,
है ये जीवन की नैया तेरी,
लगाएंगे शिव ही किनारे,
हरे शिव शंकर कष्ट सारें,
हरे शिव शंकर कष्ट सारे।।
वही भव से तुझे पार उतारे,
वही भव से तुझे पार उतारे,
नहीं है शिव बिन,
नहीं है शिव बिन कोई सहारा,
उन्ही का तू ही ध्यान लगा रे,
हरे शिव शंकर कष्ट सारें,
हरे शिव शंकर कष्ट सारे।।
है घट घट में उनके उजारे,
है भेद अगम वो,
है भेद अगम वो अंतर्यामी,
नाम जप उनका क्या विचारे,
हरे शिव शंकर कष्ट सारें,
हरे शिव शंकर कष्ट सारे।।
है शिव शंकर तेरे परम सहारे,
है शिव शंकर तेरे परम सहारे,
है सब भक्तो से,
है सब भक्तो से शिव का नाता,
वो हर लेते दुःख जो पुकारे,
हरे शिव शंकर कष्ट सारें,
हरे शिव शंकर कष्ट सारे।।
मिले सब तुझको प्रभु के द्वारे,
मिले सब तुझको प्रभु के द्वारे,
बसा ले अपने,
बसा ले अपने हृदय शिव को,
कहे ‘धीरान’ तू सुनले प्यारे,
हरे शिव शंकर कष्ट सारें,
हरे शिव शंकर कष्ट सारे।।
हरे शिव शंकर कष्ट सारे,
चला आ शिव की,
चला आ शिव की तू शरण में,
काम सब बिगड़े वो सँवारे,
हरे शिव शंकर कष्ट सारें,
हरे शिव शंकर कष्ट सारे।।
“हरे शिव शंकर कष्ट सारे चला आ शिव की तू शरण में” जैसे भजन हमें भगवान शिव के शरण में जाने और उनके आशीर्वाद को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करते हैं। शिव जी के भजन न केवल हमारी भक्ति को गहरा करते हैं, बल्कि हमें जीवन के संघर्षों में भी शिव जी की कृपा का अहसास कराते हैं। अगर आप इस भजन के माध्यम से शिव जी की कृपा और महिमा को महसूस कर रहे हैं, तो आप “ॐ नमः शिवाय” या “शिव तांडव स्तोत्र” जैसे अन्य भजनों को भी पढ़ें और शिव जी की भक्ति में और गहरे उतरें। शिव जी के भजन जीवन को संजीवनी शक्ति प्रदान करते हैं और हमें उनके आशीर्वाद से पूर्ण करते हैं।

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile