हर हर हर हर महादेव जय

“हर हर हर हर महादेव जय” यह सिर्फ एक जयघोष नहीं, बल्कि शिवभक्तों की आत्मा से निकली हुई वह पुकार है, जो सृष्टि में ऊर्जा भर देती है। जब हम इस भजन का पाठ करते हैं, तो ऐसा प्रतीत होता है जैसे कैलाश पर्वत तक हमारी भक्ति की गूंज पहुँच रही हो और स्वयं भोलेनाथ अपनी कृपा बरसा रहे हों। यह भजन हमें शिवजी की अपार महिमा का अनुभव कराता है और उनकी भक्ति में लीन होने की प्रेरणा देता है।

Har Har Har Har Mahadev Jay

दोहा –
शिव अनाथ के नाथ है,
सचमुच भोले नाथ,
बडभागी है शीश वह,
जिस पर शिव का हाथ।

हर हर हर हर महादेव जय,
तुम हो सब देवन के देव जय,
हर हर हर हर महादेव जय।1।

उमानाथ कैलाश के वासी,
ध्यान धरे जोगी सन्यासी,
वेद न जानत तुम्हरो भेद जय,
हर हर हर हर महादेव जय।2।

शीश जटा है गंग मनोहर,
त्रिलोचन सुचि कानन कुंडल,
सुर नर मुनि जन करत ध्यान जय,
हर हर हर हर महादेव जय।3।

हर हर हर हर महादेव जय,
तुम हो सब देवन के देव जय,
हर हर हर हर महादेव जय।4।

महादेव का नाम स्वयं में ही एक महाशक्ति है, जो भक्तों के जीवन से हर बाधा को दूर कर देता है। “हर हर हर हर महादेव जय” भजन की तरह “हर हर महादेव बम बम बोले”, “शिव शंभू जय शंकर”, “बोलो हर हर महादेव”, और “डमरू वाले बाबा” जैसे भजन भी हमें शिवजी की दिव्यता और उनकी अनंत कृपा का अनुभव कराते हैं। आइए, इन पावन भजनों का पाठ करें और महादेव की भक्ति में लीन होकर उनके आशीर्वाद को प्राप्त करें। 🔱🙏

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