है पावन शिव का धाम हरिद्वार भजन लिरिक्स

है पावन शिव का धाम हरिद्वार भजन में हरिद्वार के पवित्र स्थल को शिव जी के दिव्य धाम के रूप में चित्रित किया गया है। यह भजन हमें शिव जी की महिमा, उनके आशीर्वाद, और हरिद्वार के धार्मिक महत्व का एहसास कराता है। पंडित सत्य प्रकाश द्वारा प्रस्तुत यह भजन हर भक्त को शिव के प्रति अटूट श्रद्धा और विश्वास से भर देता है, जो उन्हें अपने जीवन में शांति और सुख की प्राप्ति के लिए प्रेरित करता है। आइए इस भजन के माध्यम से हम शिव के दर पर अपनी भक्ति अर्पित करें।

Hai Pavan Shiv Ka Dham Haridwar

कल कल कल जहाँ निर्मल बहती,
माँ गंगा की धार।
है पावन शिव का धाम हरिद्वार,
हैं पावन शिव का धाम हरिद्वार।।

विष्णु नख से निकली गंगा,
ब्रम्ह-कमण्डल आई गंगा।
शिव की जटा समाई गंगा,
शिव की जटा समाई गंगा।
सबका किया उद्धार,
हैं पावन शिव का धाम हरिद्वार।।

गौमुख से चलती इठलाती,
ऋषिकेश में ये बलखाती।
हर की पौड़ी में फिर आती,
हर की पौड़ी में फिर आती।
बनके जग की करतार,
हैं पावन शिव का धाम हरिद्वार।।

गंगा शीश में धर त्रिपुरारी,
कहलाए फिर गंगा धारी।
भक्त जनो की नैया तारी,
भक्त जनो की नैया तारी।
ना छोड़ी मजधार,
हैं पावन शिव का धाम हरिद्वार।।

कलियुग में जो पार हो जाना,
एक बार हरिद्वार तो आना।
माँ गंगा में गोते लगाना,
‘चन्दन’ हो भव पार,
हैं पावन शिव का धाम हरिद्वार।।

कल कल कल जहाँ निर्मल बहती,
माँ गंगा की धार।
है पावन शिव का धाम हरिद्वार,
हैं पावन शिव का धाम हरिद्वार।।

है पावन शिव का धाम हरिद्वार भजन हमें यह बताता है कि हरिद्वार में स्थित शिव जी का धाम एक स्थान नहीं, बल्कि आशीर्वाद और मोक्ष की ओर मार्गदर्शन करने वाला है। शिव की भक्ति और उनके आशीर्वाद से ही हर संकट का समाधान संभव है। इसी भक्ति को और बढ़ाने के लिए आप महाकाल को मनाएंगे भोलेनाथ को मनाएंगे, शिव भोले भंडारी बम भोले औघड़दानी, और शिव शंकर डमरू धारी है जग के आधार जैसे भजन पढ़ सकते हैं, जो शिव के प्रति आपकी श्रद्धा को और भी गहरा करेंगे।









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