Gaura Dhund Rahi Kisi Ne Mera Bhola Dekha
गौरा ढूंढ रही किसी ने मेरा भोला देखा,
किसी ने मेरा भोला देखा, किसी ने मेरा भोला देखा…….
गौरा तेरे भोला को काशी में देखा
काशी में देखा, काशी में देखा,
भांग चबाते हुए,
ओ गौरा तेरे भोला को देखा,
गौरा ढूँढ रहीं किसी ने मेरा भोला देखा…….
गौरा तेरे भोला को हरिद्वार में देखा,
हरिद्वार में देखा, हरिद्वार में देखा,
गंगा बहाते हुए,
ओ गौरा तेरे भोला को देखा,
गौरा ढूँढ रहीं किसी ने मेरा भोला देखा………
गौरा तेरे भोला को प्रयाग में देखा,
प्रयाग में देखा, प्रयाग में देखा,
डमरू बजाते हुए,
ओ गौरा तेरे भोला को देखा,
गौरा ढूँढ रहीं किसी ने मेरा भोला देखा…….
गौरा तेरे भोला को कैलाश में देखा,
कैलाश में देखा, कैलाश में देखा,
समाधी में लीन हुए,
ओ गौरा तेरे भोला को देखा,
गौरा ढूँढ रहीं किसी ने मेरा भोला देखा…..

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile