Gaura Baithi Dulhan Banake
गौरा बैठी दुल्हन बनके आज मेरा दूल्हा आवेगो,
आज मेरा दूल्हा आवेगो आज मेरा भोला आवेगो,
गौरा बैठी दुल्हन बनके आज मेरा दूल्हा आवेगो……
शीश गौरा के जुड़ा सोहै,
के भोला गंगा वहावेगो आज मेरा दूल्हा आवेगो,
गौरा बैठी दुल्हन बनके आज मेरा दूल्हा आवेगो……
माथे गौरा के बिंदिया सोहै,
के भोला चंदा सजावेगो आज मेरा भोला आवेगो,
गौरा बैठी दुल्हन बनके आज मेरा दूल्हा आवेगो……
गले गौरा के हरवा सोहै,
के भोला नाग सजावेगो आज मेरा भोला आवेगो,
गौरा बैठी दुल्हन बनके आज मेरा दूल्हा आवेगो……
हाथ गौरा के कंगना सोहै,
के भोला डमरू बजावे हो आज मेरा भोला आवेगो,
गौरा बैठी दुल्हन बनके आज मेरा दूल्हा आवेगो……
पैर गौरा के पायल सोहै,
के भोला घुंगरू बजावेगो आज मेरा भोला आवेगो,
गौरा बैठी दुल्हन बनके आज मेरा दूल्हा आवेगो……
रंग गौरा के साड़ी सोहै,
के भोला बाघमबर सजावेगो आज मेरा भोला आवेगो,
गौरा बैठी दुल्हन बनके आज मेरा दूल्हा आवेगो……

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile