भगवान शिव करुणा और कृपा के सागर हैं, जो सच्चे मन से उनकी भक्ति करने वालों को अपने दिव्य दर्शन का सौभाग्य प्रदान करते हैं। जब भक्त उनकी आराधना में लीन होकर समर्पण करता है, तो महादेव उसे अपने साक्षात् स्वरूप का अनुभव कराते हैं। भजन दर्शन दिया, मुझे दर्शन दिया इसी भाव को व्यक्त करता है, जहाँ एक भक्त शिव जी के दर्शन पाकर कृतार्थ होता है और उनकी कृपा का गुणगान करता है। आइए, इस भजन को पढ़कर शिव कृपा का अनुभव करें।
Darshan Diya Mujhe Darshan Diya
भोले शंकर भोले,
तुझे पूजे दुनिया सारी रे।
तीनो लोक में भोले,
तेरी महिमा न्यारी रे।
भोले शंकर भोले,
तुझे पूजे दुनिया सारी रे,
दर्शन दिया।
मुझे दर्शंन दिया,
शिव शंकर मुझसे आन मिले।
पल भर में मेरे भाग्य खुले,
तीनो लोक के नाथ ने दर्शंन दिया,
मुझे दर्शंन दिया।।
भोली भाली सूरत वाले,
वो तेज भरी मूरत वाले।
एक हाथ में उनके डमरू था,
हाँ उनकी छवि में जादू था।
देख लिया मैने देख लिया,
दर्शंन दिया,
मुझे दर्शंन दिया।
शिव शंकर मुझसे आन मिले,
पल भर में मेरे भाग्य खुले।
तीनो लोक के नाथ ने दर्शंन दिया,
मुझे दर्शंन दिया।।
विष को अमृत करने वाले,
वो रूप नये भरने वाले।
थी साथ में उनके पार्वती,
आराध्य मेरे मन की देवी।
देखा किया मैं तो देखा किया,
दर्शंन दिया,
मुझे दर्शंन दिया।
शिव शंकर मुझसे आन मिले,
पल भर में मेरे भाग्य खुले।
तीनो लोक के नाथ ने दर्शंन दिया,
मुझे दर्शंन दिया।।
पहले तो सर पे हाथ रखा,
फिर मुझको आशीर्वाद दिया।
गिर गया मैं उनके चरणों में,
शिवजी ने उठाया बाहों में।
भाग्य जगा मेरा भाग्य जगा,
दर्शंन दिया,
मुझे दर्शंन दिया।
शिव शंकर मुझसे आन मिले,
पल भर में मेरे भाग्य खुले।
तीनो लोक के नाथ ने दर्शंन दिया,
मुझे दर्शंन दिया।।
भोले शंकर भोले,
तुझे पूजे दुनिया सारी रे।
तीनो लोक में भोले,
तेरी महिमा न्यारी रे।
भोले शंकर भोले,
तुझे पूजे दुनिया सारी रे।
दर्शन दिया,
मुझे दर्शंन दिया।
शिव शंकर मुझसे आन मिले,
पल भर में मेरे भाग्य खुले।
तीनो लोक के नाथ ने दर्शंन दिया,
मुझे दर्शंन दिया।।
भगवान शिव के दर्शन मात्र से जीवन धन्य हो जाता है। उनकी कृपा असीम है, और वे अपने भक्तों को कभी निराश नहीं करते। जो भी उन्हें सच्चे मन से पुकारता है, महादेव उसे अपने दिव्य आशीर्वाद से कृतार्थ करते हैं। यदि आप शिव भक्ति में और गहराई से डूबना चाहते हैं, तो माँ गौरा माता है मेरी, पिता हैं भोलेनाथ जी, मेरे भोले शंकर, तू ही सत्य, तू ही शिवम, तू ही सुंदरम, मेरे भोले शंकर कैसे रिझाऊँ तुम्हे, और आने जाने वाले जोड़ो अपने दोनों हाथ, ये हैं बाबा बैजनाथ जैसे अन्य भजनों को भी पढ़ें और शिव महिमा का आनंद लें। हर-हर महादेव! 🚩
मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके। View Profile 🚩 जय श्री राम 🚩