डमरू वाले आजा तेरी याद सताए भजन लिरिक्स

डमरू वाले आजा तेरी याद सताए भजन एक भक्त की उस गहरी तड़प को प्रकट करता है, जब उसका मन केवल और केवल महादेव के दर्शन और कृपा के लिए व्याकुल हो जाता है। संसार के मोह-माया और दुखों से घिरा भक्त, जब अपनी आत्मा की पुकार को महसूस करता है, तो उसे बस एक ही सहारा दिखता है—भोलेनाथ। शिव का डमरू जब गूंजता है, तो हर चिंता दूर हो जाती है, मन प्रसन्न हो जाता है और जीवन में नई ऊर्जा का संचार होता है।

Damaru Wale Aaja Teri Yad Sataye

डमरू वाले आजा,
तेरी याद सताए,
मेरा ये भरोसा,
कहीं टूट ना जाए,
छुपा कहाँ आजा भोलेनाथ,
डमरू वालें आजा,
तेरी याद सताए,
मेरा ये भरोसा,
कहीं टूट ना जाए।1।

मन ये पुकारे दिल के सहारे,
नैना हमारे तेरा रस्ता निहारे,
हर पल विचारे,
छुपा कहाँ आजा भोलेनाथ,
डमरू वालें आजा,
तेरी याद सताए,
मेरा ये भरोसा,
कहीं टूट ना जाए।2।

दिल कि ये धड़कन,
गीत तेरे गाये,
रोती है अखियाँ नीर बहाए,
कैसे समझाये,
छुपा कहाँ आजा भोलेनाथ,
डमरू वालें आजा,
तेरी याद सताए,
मेरा ये भरोसा,
कहीं टूट ना जाए।3।

डमरू वाले आजा,
तेरी याद सताए,
मेरा ये भरोसा,
कहीं टूट ना जाए,
छुपा कहाँ आजा भोलेनाथ,
डमरू वालें आजा,
तेरी याद सताए,
मेरा ये भरोसा,
कहीं टूट ना जाए।4।

डमरू वाले आजा तेरी याद सताए भजन यह बताता है कि जब भक्त महादेव को सच्चे हृदय से पुकारता है, तो भोलेनाथ उसकी पुकार अवश्य सुनते हैं। शिव शंकर केवल आराधना से ही नहीं, बल्कि अपने भक्तों की भावनाओं से भी बंधे रहते हैं। यह भजन हमें यह एहसास कराता है कि शिव की भक्ति में कोई शर्त नहीं, कोई औपचारिकता नहीं—बस सच्चा प्रेम और समर्पण चाहिए। यदि आपको यह भजन पसंद आया, तो भोलेनाथ जी का डमरू दिन रात बज रहा है, भोला तेरा डम डम डमरू बाजे, तेरे डमरू की धुन सुनके मैं काशी नगरी आई हूँ, और भोले डमरू वाले तेरा सच्चा दरबार है भी करें। इन भजनों के माध्यम से आपका मन और अधिक शिवमय होगा और महादेव की कृपा सदा आप पर बनी रहेगी। ????????✨

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