Chanda Sir Par Hai Jinke
चंदा सिर पर है जिनके,
कानो में कुण्डल चमके,
सर्पो की माल गले में,
गंगा है जटा में जिनके,
ऐसे तो भोला शंकर है,
शंकर को वंदन है…
मेरे भोले भंडारी की,
नंदी पे सवारी,
नंदी की सवारी,
लागे हमको प्यारी,
भस्मी रमी है तन पे,
हाथों में डमरू जिनके,
बाघम्बर छाल कमर पे,
त्रिशूल है हाथ में जिनके,
ऐसे तो भोला शंकर है,
शंकर को वंदन है….
जब जब ये आँखे खोले,
तो धरती अम्बर डोले,
देव तो क्या ब्रम्हांड भी,
जय शिव शंकर बोले,
मुखड़े पर तेज है दमके,
एक नेत्र ललाट पे जिनके,
रुद्राक्ष भुजंग पे धारे,
तिहुँ लोक है चर्चे जिनके,
ऐसे तो भोला शंकर है,
शंकर को वंदन है…..
गौरा शंकर की जोड़ी,
कितनी सुन्दर लागे,
इनके दर्शन से,
भाग्य हमारे जागे,
गुण गाता जग ये जिनके,
हम भी दीवाने उनके,
जो भोले भाले मन के,
हृदय में प्रेम जिनके,
ऐसे तो भोला शंकर है,
शंकर को वंदन है….
चंदा सिर पर है जिनके,
कानो में कुण्डल चमके,
सर्पो की माल गले में,
गंगा है जटा में जिनके,
ऐसे तो भोला शंकर है,
शंकर को वंदन है….

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile