भोलेनाथ जी का डमरू दिन रात बज रहा है

भोलेनाथ जी का डमरू दिन रात बज रहा है भजन शिव शंकर की अलौकिक लीलाओं और उनके तांडव नृत्य की महिमा का वर्णन करता है। जब भोलेनाथ का डमरू गूंजता है, तो पूरे ब्रह्मांड में ऊर्जा का संचार होता है और भक्तों के हृदय शिव भक्ति में मग्न हो जाते हैं। यह भजन हमें शिव जी की अपार शक्ति और उनकी भक्ति में डूबने की प्रेरणा देता है।

Bholenath Ji Ka Damru Din Rat Baj Raha Hai

भोलेनाथ जी का डमरू,
दिन रात बज रहा है,
भक्तों का पार बेडा,
हाथों हाथ कर रहा है,
भोले नाथ जी का डमरू,
दिन रात बज रहा है।1।

माया मे फंस के जो भी,
दुखड़े उठा रहे,
दुखड़े मिटा के सुख की,
बरसात कर रहा है,
भोले नाथ जी का डमरू,
दिन रात बज रहा है।2।

बर्बाद हो गए जो,
बर्बादियों के चलते,
उनको नचा नचा कर,
आबाद कर रहा है,
भोले नाथ जी का डमरू,
दिन रात बज रहा है।3।

कहता ‘अनाड़ी’ जब भी,
बजता है शिव का डमरू,
समझों खुशी की पैदा,
हालात कर रहा है,
भोले नाथ जी का डमरू,
दिन रात बज रहा है।4।

भोलेनाथ जी का डमरू,
दिन रात बज रहा है,
भक्तों का पार बेडा,
हाथों हाथ कर रहा है,
भोले नाथ जी का डमरू,
दिन रात बज रहा है।5।

भोलेनाथ जी का डमरू दिन रात बज रहा है भजन करने से हमें शिव जी की दिव्य शक्ति का अनुभव होता है और उनकी भक्ति से हमारा जीवन आनंदमय बन जाता है। शिवशंकर के भक्त जो सच्चे मन से उनका स्मरण करते हैं, उन्हें उनके आशीर्वाद की प्राप्ति होती है। अगर आपको यह भजन पसंद आया, तो महाकाल आरती, शिव तांडव स्तोत्र, शिव चालीसा, और हर हर महादेव भजन भी करें। इन भजनों से आपकी आत्मा शिव प्रेम में रम जाएगी और महाकाल का आशीर्वाद आपके जीवन में सुख-समृद्धि लेकर आएगा। ????✨

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