भोलेनाथ बसे ज्योतिर्लिंग में शिव भजन लिरिक्स

भोलेनाथ बसे ज्योतिर्लिंग में यह भजन भगवान शिव के ज्योतिर्लिंग रूप की महिमा को व्यक्त करता है, जो शिव जी के दिव्य और प्रकट रूपों में से एक हैं। ज्योतिर्लिंग भगवान शिव का एक अद्वितीय स्वरूप है, जो पूरे ब्रह्मांड में फैला हुआ है। इस भजन में शिव जी के ज्योतिर्लिंगों के स्थानों को शरण लेते हुए उनके दिव्य प्रकाश और असीम शक्ति का गुणगान किया गया है।

Bholenath Base Jyotirling Mien Shiv Bhajan Lyrics

भोलेनाथ बसे ज्योतिर्लिंग में,
महिमा जिनकी है भारी,
बारह ज्योतिर्लिंग को पूजे,
बारह ज्योतिर्लिंग को पूजे,
सारा जहाँ,
भोलेनाथ बसे ज्योतिर्लिंग में।।

ऊचे पर्वत पे देखो,
बाबा केदारनाथ है,
विश्वनाथ जी का भक्तो,
काशी में धाम है,
श्री शेल में मल्लिकार्जुन,
करते है दया,
भोलेनाथ बसें ज्योतिर्लिंग में,
महिमा जिनकी है भारी,
बारह ज्योतिर्लिंग को पूजे,
बारह ज्योतिर्लिंग को पूजे,
सारा जहाँ,
भोलेनाथ बसे ज्योतिर्लिंग मे।।

चिता भूमि वैघनाथ जी,
दारुक वन नागेश है,
सेतुबंद रामेश्वर जी,
वेरुन में भुश्मेश है,
ताकनी में भीमा शंकर,
सुनते है सदा,
भोलेनाथ बसें ज्योतिर्लिंग में,
महिमा जिनकी है भारी,
बारह ज्योतिर्लिंग को पूजे,
बारह ज्योतिर्लिंग को पूजे,
सारा जहाँ,
भोलेनाथ बसे ज्योतिर्लिंग मे।।

अमरेश्वर ओंकारेश्वर,
एक लिंग के भाग है,
महाकाल उज्जैन विराजे,
दर्शन से लाभ है,
ज्योतिर्लिंग के दर्शन से,
होता है भला,
भोलेनाथ बसे ज्योतिर्लिंग में,
महिमा जिनकी है भारी,
बारह ज्योतिर्लिंग को पूजे,
बारह ज्योतिर्लिंग को पूजे,
सारा जहाँ,
भोलेनाथ बसे ज्योतिर्लिंग मे।।

गौतमी किनारे बाबा,
त्रयम्भकेश्वरनाथ है,
वीरावल सौराष्ट्र में,
बाबा सोमनाथ है,
‘हर्ष’ कहे पाप से मुक्ति,
मिलती है यहाँ,
भोलेनाथ बसे ज्योतिर्लिंग मे,
महिमा जिनकी है भारी,
बारह ज्योतिर्लिंग को पूजे,
बारह ज्योतिर्लिंग को पूजे,
सारा जहाँ,
भोलेनाथ बसे ज्योतिर्लिंग में।।

भोलेनाथ बसे ज्योतिर्लिंग में,
महिमा जिनकी है भारी,
बारह ज्योतिर्लिंग को पूजे,
बारह ज्योतिर्लिंग को पूजे,
सारा जहाँ,
भोलेनाथ बसे ज्योतिर्लिंग में।।

“भोलेनाथ बसे ज्योतिर्लिंग में” जैसे भजन हमें भगवान शिव के ज्योतिर्लिंग रूप की महिमा का अहसास कराते हैं। शिव जी के ज्योतिर्लिंगों की पूजा और भक्ति से हमें शांति, आशीर्वाद और दिव्यता प्राप्त होती है। अगर आप इस भजन के माध्यम से शिव जी की ज्योतिर्लिंग रूप की महिमा को महसूस कर रहे हैं, तो आप “ॐ नमः शिवाय” या “शिव तांडव स्तोत्र” जैसे अन्य भजनों को भी पढ़ें और शिव जी की भक्ति में और गहरे उतरें। शिव जी के भजन हमारे जीवन को आशीर्वाद और शांति से भर देते हैं।

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