Bhole Meri Naiya Ko Bhav Paar Laga Dena
भोले मेरी नैया को भव पार लगा देना,
अब तक तो निभाया है, आगे भी निभा देना॥
भोले के माथे पे चंदा का उजाला है,
चंदा के उजाले को इस जग में फैला देना,
भोले मेरी नैया को…..
भोले की जटाओं मे गंगा की धारा है,
गंगा की धारा से सारे जग को नहला देना,
भोले मेरी नैया को…..
भोले के गले में नागों की माला है,
इन सर्पों को बाबा नाग लोक पहुंचा देना,
भोले मेरी नैया को…..
भोले के हाथों में डम डमरू बजता है,
इस डमरू की धुन पर सारे जग को नचा देना,
भोले मेरी नैया को…..
संग गौरा जी सोवे गोदी में गणपत है,
देकर दर्शन बाबा भव पार लगा देना,
भोले मेरी नैया को…..

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile