भटक भटक कर सारे जग में भजन भगवान शिव की दिव्य उपस्थिति और उनके प्रति भक्तों की निष्ठा को दर्शाता है। भजन के शब्दों में यह बताया गया है कि जब तक हम भगवान शिव की शरण में नहीं आते, तब तक हम दुनिया भर में भटकते रहते हैं। यह भजन हमें यह सिखाता है कि जीवन में शांति और संतुलन पाने के लिए हमें भगवान शिव की शरण में आना चाहिए।
Bhatak Bhatak Kar Sare Jag Mien Shiv Bhajan Lyrics
भटक भटक कर सारे जग में,
आया द्वार पे तेरे,
आया द्वार पे तेरे,
आशा की एक किरण तू दे दे,
दूर हो मेरे अँधेरे,
दूर हो मेरे अँधेरे,
भटक भटक कर सारे जग मे,
आया द्वार पे तेरे।।
दुःख अपना कहने में किसी को,
अब मुझको डर लागे,
जिनको अपना दुखड़ा सुनाऊ,
वो ही मुझसे भागे,
जो अपने थे नज़रो में मेरी,
वो नज़र अब फेरे,
आया द्वार पे तेरे,
भटक भटक कर सारे जग मे,
आया द्वार पे तेरे।।
देवो में महादेव तू बाबा,
तू है ओघड़ दानी,
मन छुपी सब बाते तू जाने,
तू है अंतरयामी,
तकदीरों को बदल देने वाले,
तकदीरों को बदल देने वाले,
कर दे नये सवेरे,
आया द्वार पे तेरे,
भटक भटक कर सारे जग मे,
आया द्वार पे तेरे।।
पापी हूँ कपटी हूँ माना,
हाल बुरा है मेरा,
अवगुण की मैं,
खान हूँ बाबा,
फिर भी लाल हूँ तेरा,
पश्चाताप के आँसू ये अपने,
पश्चाताप के आँसू ये अपने,
दर पे तेरे बिखेरे,
आया द्वार पे तेरे,
भटक भटक कर सारे जग मे,
आया द्वार पे तेरे।।
माया जगत में,
हस करके बाबा,
मैंने तुझको भुलाया,
भक्ति तेरी करने ना पाया,
फिर भी तूने निभाया,
सुबह भुला ‘पवन’ शाम को,
सुबह भुला ‘पवन’ शाम को,
आया द्वार पे तेरे,
भटक भटक कर सारे जग मे,
आया द्वार पे तेरे।।
भटक भटक कर सारे जग में,
आया द्वार पे तेरे,
आया द्वार पे तेरे,
आशा की एक किरण तू दे दे,
दूर हो मेरे अँधेरे,
दूर हो मेरे अँधेरे,
भटक भटक कर सारे जग मे,
आया द्वार पे तेरे।।
“भटक भटक कर सारे जग में” जैसे भजन हमें भगवान शिव की कृपा और उनकी शरण में जाने की शक्ति का अहसास कराते हैं। शिव जी के आशीर्वाद से हम जीवन के हर कठिनाई से पार पा सकते हैं और शांति की प्राप्ति कर सकते हैं। अगर आप इस भजन के माध्यम से शिव जी की महिमा और कृपा को महसूस कर रहे हैं, तो आप “ॐ नमः शिवाय” या “शिव तांडव स्तोत्र” जैसे अन्य भजनों को भी पढ़ें और शिव जी की भक्ति में गहरे उतरें। शिव जी के भजन हमारे जीवन को शक्ति, शांति और आशीर्वाद से भर देते हैं।

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile