भक्ति लगन का दीप जलाकर

Bhakti Lagan Ka Deep jalakar

भक्ति लगन का दीप जलाकर,
जपते मन से नाम तेरा,
भक्ति लगन का दीप जलाकर,
जपते मन से नाम तेरा,
राम की जिस में निष्ठा भरी है,
राम की जिसमें निष्ठा भरी है,
यह है रामेश्वर धाम तेरा,
भक्ति लगन का दीप जलाकर,
जपते मन से नाम तेरा,
जय हो रामेश्वर शिवदानी,
जप है तुम्हारा कल्याणी,
जय हो रामेश्वर शिवदानी,
जप है तुम्हारा कल्याणी….

अद्भुत तेरे अनंत गुणों का,
यहाँ जो अमृत बहता है,
कागा जो इसमें डुबकी लगाले,
हंस वो बनकर रहता है,
गुपचुप गुपचुप असर जो करता,
गुपचुप गुपचुप असर जो करता,
जादू है गुमनाम तेरा,
भक्ति लगन का दीप जलाकर,
जपते मन से नाम तेरा,
जय हो रामेश्वर शिवदानी,
जप है तुम्हारा कल्याणी,
जय हो रामेश्वर शिवदानी,
जप है तुम्हारा कल्याणी….

तेरी करुणा पतझड़ में भी,
सूंदर फूल खिला देती,
उजड़े वन में लाये हरियाली,
बिगड़ी बात बना देती,
ऋषि मुनि सुर नर करते भगवन,
ऋषि मुनि सुर नर करते भगवन,
सुमिरन आठों यान तेरा,
भक्ति लगन का दीप जलाकर,
जपते मन से नाम तेरा,
जय हो रामेश्वर शिवदानी,
जप है तुम्हारा कल्याणी,
जय हो रामेश्वर शिवदानी,
जप है तुम्हारा कल्याणी….

तेरी कृपा के दिव्य अलौकिक,
पंख है जिनको लग जाते,
ध्रुव की तरह वो तारे बनकर,
नील गगन में जग जाते,
संत जनों के संकट हरणा,
संत जनों के संकट हरणा,
दीन दयाल उथ्थान तेरा,
भक्ति लगन का दीप जलाकर,
जपते मन से नाम तेरा,
राम की जिस में निष्ठा भरी है,
राम की जिस में निष्ठा भरी है,
ये है रामेश्वर धाम तेरा,
भक्ति लगन का दीप जलाकर,
जपते मन से नाम तेरा,
जय हो रामेश्वर शिवदानी,
जप है तुम्हारा कल्याणी,
जय हो रामेश्वर शिवदानी,
जप है तुम्हारा कल्याणी….

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