बम बम बम बम बम भोला पहना सन्यासी चोला

बम बम बम बम बम भोला पहना सन्यासी चोला एक जीवंत और आनंदमय शिव भजन है, जो भगवान भोलेनाथ के सन्यासी रूप और उनके दिव्य अस्तित्व को दर्शाता है। इस भजन में भोलेनाथ के साधारण व महान रूप का वर्णन किया गया है, जो संसार के मोह-माया से ऊपर उठकर ध्यान और साधना में रत रहते हैं। जब हम इस भजन को गाते हैं, तो हमें शिवजी की अपरंपार कृपा और उनके अद्वितीय रूपों की अनुभूति होती है।

Bam Bam Bam Bam Bam Bhola Pahna Sanyasi Chola

बम बम बम बम बम भोला,
पहना सन्यासी चोला,
कांधे झोला अनमोला डाल के,
दर्शन करने चले हैं नंदलाल के।।

देव गणों से विदा मांग शिव,
गोकुल नगरी आए,
माता यशोदा के द्वारे पर,
शिव ने अलख जगाए,
सुनके मैया ना देर लगाई,
दौड़ी दरवाजे आई,
थाली मोतियन भर लाई माल के,
दर्शन करने चले हैं नंदलाल के।।

ना चाहिए तेरे हीरे मोती,
ना चाहिए तेरी माया,
छोड़ कर पर्वत आया मेरी मैया,
अपने लाल के दरस करा दे,
छोड़कर पर्वत आया,
मैया पूरे भए तेरे सपने,
मैं भी अब जाऊं तपने,
दर्शन करवा दे अपने लाल के,
दर्शन करने चले हैं नंदलाल के।।

रंग है तेरा काला पीला,
शक्ल भयंकर भारी,
लाल मेरो डर के दहलावे,
अभी उमर है बाली,
जोगी कैसे लाला दिखलाऊं,
मन में मैं अत घबराऊं,
पाले क्यों कर पड़वाऊं काल के,
दर्शन करने चले हैं नंदलाल के।।

तू तो यशोदा भई बावरी,
क्यों मन में घबरावे मेरी मैया,
ता को हुकम बजावे मेरी मैया,
तीनलोक को नाथ काल भी,
ता को हुकम बजावे री मैया,
नाथ त्रिलोक कहाए,
तेने ही गोद खिलाए,
अक्षर क्या शुभ लिखवाए भाल के,
दर्शन करने चले हैं नंदलाल के।।

कान आवाज पड़ी मोहन के,
शिव द्वारे पर आए,
छोड़ के पलना चले कन्हैया,
घुटवन घुटवन धाये,
आकर दोनों ने नैन मिलाएं,
मन ही मन मैं मुस्काए,
महिमा के भेद बताएं हाल के,
दर्शन करने चले हैं नंदलाल के।।

बम बम बम बम बम भोला,
पहना सन्यासी चोला,
कांधे झोला अनमोला डाल के,
दर्शन करने चले हैं नंदलाल के।।

“बम बम बम बम बम भोला पहना सन्यासी चोला” जैसे भजन भगवान शिव के सन्यासी रूप की महिमा और उनके भक्तों के प्रति अनंत प्रेम को व्यक्त करते हैं। इस भजन से हमें यह अहसास होता है कि भगवान शिव का जीवन समर्पण, साधना और भक्ति से भरा हुआ है, और वही हमारे जीवन में भी शांति और संतुलन ला सकता है। आप “गौरा जी को भोले का योगी रूप सुहाया है”, “आदियोगी दूर उस आकाश की गहराइयों में”, “शिव जी का नाम सुबह शाम भक्तो रटते रहना”, और “निराले शम्भु को बिगड़ी बना देना भी आता है” जैसे अन्य भजनों को भी जरूर पढ़ें। इन भजनों से हम शिवजी के साधक रूप, उनकी कृपा और उनके अद्वितीय प्रेम का अनुभव कर सकते हैं।

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