Bade Matwale Hai Mere Bhole Baba
जटा में जिसके बहे गंगा,
भोले पीते है भंगा,
बड़े मतवाले है मेरे भोले बाबा,
जग से निराले है मेरे भोले बाबा….
कर में त्रिशूल साजे,
हाथों में कमण्डल विराजे,
गले में सर्पो की माला,
मस्तक पर चाँद है निराला,
बाघम्बर ओढ़े भस्म रमाए,
श्रंगी बजाने वाले है,
मेरे भोले बाबा,
जग से निराले है मेरे भोले बाबा…..
सागर का मंथन है कीन्हा,
देवो ने तुमको पुकारा,
चौदह रतन जब निकले,
आपस में किया बंटवारा,
अमृत को देवो ने पिया,
विष पिने वाले है,
मेरे भोले बाबा,
जग से निराले है मेरे भोले बाबा…..
देवो में सबसे न्यारे,
सारे जग के हो तुम रखवारे,
कर जोड़ भक्त पुकारे,
आ जाओ ओ देव हमारे,
बम बम बम भोले है,
जग से निराले है मेरे भोले बाबा….
जटा में जिसके बहे गंगा,
भोले पीते है भंगा,
बड़े मतवाले है मेरे भोले बाबा,
जग से निराले है मेरे भोले बाबा…

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile