बाबा शिव के कावड़िया भजन लिरिक्स


बाबा शिव के कावड़िया भजन शिवभक्तों के उस अद्भुत समर्पण को दर्शाता है, जो सावन मास में कांवड़ उठाकर हरिद्वार, गंगोत्री और गौमुख से जल लाकर शिवलिंग का अभिषेक करते हैं। मैं, पंडित सत्य प्रकाश, आज आपके साथ इस भक्ति-रस से भरे भजन की व्याख्या साझा कर रहा हूँ, जो हर शिवभक्त के हृदय में जोश और श्रद्धा का संचार करता है।

Baba Shiv Ke Kavadiya

बम बम भोले बोले,
बाबा शिव के कावड़िया।
काँधे सजी है,
गंगा जल की गगरिया,
दिन रात चले ये।
मिल के साथ चले ये,
शिव के बावरिया बावरिया,
बम बम भोले बोले,
बाबा शिव के कावडिया।।


सब देवों में देव महादेव,
भक्तो के दुखहारी है।
करते कृपा सब दीन हिन पर,
भोले जी सुखकारी है।
मांग के देखो जिसने भी जो कुछ,
माँगा वो पाया हर बार हो।
बम बम भोले बोले,
बाबा शिव के कावडिया।।


शिव भक्तो के होंठों पे रहता,
बम बम का जयघोष हो।
झूमे नाचे मौज मनावे,
शिव भक्ति का है जोश हो,
तन में शिव है मन में शिव है।
शिव की ही मन में लिए आस हो,
बम बम भोले बोले,
बाबा शिव के कावडिया।।


भोले के भक्तो का ये टोला,
निकले शहर और गाँव से।
नर नारी मिल करते है सेवा,
कांटे भी खींचे वाके पाँव से।
भोले के रूप में शुद्ध स्वरुप में,
इनको है बड़ा विश्वास हो।
बम बम भोले बोले,
बाबा शिव के कावडिया।।


बम बम भोले बोले,
बाबा शिव के कावड़िया।
काँधे सजी है,
गंगा जल की गगरिया,।
दिन रात चले ये,
मिल के साथ चले ये,
शिव के बावरिया बावरिया।
बम बम भोले बोले,
बाबा शिव के कावडिया।।

“बाबा शिव के कावड़िया” भजन शिवभक्तों की आस्था और निष्ठा का प्रतीक है, जो हर कदम पर हर-हर महादेव का जयघोष करते हुए आगे बढ़ते हैं। इस भजन को पढ़ना आपके भीतर की भक्ति को जगाता है और महादेव के चरणों में आत्मसमर्पण की भावना को मजबूत करता है। यदि आपको यह भजन भावविभोर करता है, तो आप चलता चल रे भक्ता महाकाल सवारी में, कावड़िया ले चल गंग की धार, भोले की कृपा जिस पर भी रहती है और जो शिव भोले की भक्ति में रम जाएगा जैसे अन्य शिवभक्तिपूर्ण भजनों को भी जरूर पढ़ें। शिव नाम से पावन हो हर सांस हर हर महादेव!








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