बाबा भोले नाथ मेरी नैया को उबारो ना भजन लिरिक्स

बाबा भोलेनाथ मेरी नैया को उबारो ना भजन भक्तों की गहरी आस्था और प्रार्थना का प्रतीक है, जिसमें वे महादेव से जीवन के कठिन सफर में मार्गदर्शन और सहारा देने की गुहार लगाते हैं। शिव शंकर, जो करुणा और कृपा के सागर हैं, अपने भक्तों की नैया को भवसागर से पार लगाते हैं। यह भजन शिव की कृपा का अनुभव कराने वाला है, जिसे करके हम उनके चरणों में आत्मसमर्पण कर सकते हैं।

Baba Bhole Naath Meri Naiya Ko Ubaro Na Bhajan Lyrics

बाबा भोले नाथ,
मेरी नैया को उबारो ना
बाबा भोलेनाथ,
मेरे केवटिया बन जाओ ना
बाबा भोलें नाथ,
मेरी नैया को उबारो ना।।

तन पे लगाये भस्म,
अंग छाल सोहे है
सर्पों की माला है,
धारे जो सिर पे गंग
माथे पे प्यारा चन्द्र,
ये डमरू वाला है
विष पीकर भोले ने,
विष पीकर भोले ने
सब देवों का मान बढ़ाया है,
भक्तों का काम बनाया है
बाबा भोलें नाथ,
मेरी नैया को उबारो ना।।

जग का सहारा तू,
गौरा का प्यारा तू
खाली ना लौटाना,
विश्वास पूरा है
कर देगा मेरा काम,
जो दिल में सोचा है
बालक तेरा आज,
बालक तेरा आज
विष के सागर से पुकारे,
यो रो रो नीर बहावे हैं
बाबा भोलें नाथ,
मेरी नैया को उबारो ना।।

गरजी ने भोलेनाथ,
अरजी लगा दी है
मरजी अब तेरी है,
उद्धार कर देना
तुम माफ कर देना,
खता जो मेरी है
शिव शंकर भोलेनाथ,
शिव शंकर भोलेनाथ
शरणे ‘दास’ तेरे आया है,
बाबा की सिफारिश लाया हैं
बाबा भोलें नाथ,
मेरी नैया को उबारो ना।।

बाबा भोले नाथ,
मेरी नैया को उबारो ना
बाबा भोलेनाथ,
मेरे केवटिया बन जाओ ना

बाबा भोलें नाथ,
मेरी नैया को उबारो ना।।

भोलेनाथ की भक्ति जीवन में हर संकट का समाधान है। जो भी भक्त सच्चे मन से उन्हें पुकारता है, महादेव उसकी नैया पार लगाते हैं। शिव के चरणों में श्रद्धा और भक्ति से डूबकर भोलेनाथ तुम्हारा भोलापन , जो शिव भोले की भक्ति में रम जाएगा , भोले ने जिसे चाहा मस्ताना बना डाला , और महाकाल की गुलामी मेरे काम आ रही है जैसे अन्य शिव भजनों को भी करें और शिव कृपा का अनुभव करें। ????????

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