Ajj Bhang Nu Ragda Lade Ni Gaura
अज्ज भंग नू रगड़ा लादे नी गौरा,
इक बाटा होर पिला दे नी गौरा,
रगड़े ते रगड़ा रगड़े ते रगड़ा,
अज्ज रगड़े ते रगड़ा लादे नी गौरा…..
ऐसा रगड़ा लादे पीके मस्त मस्त हो जावा,
ऐसी चढ जाये पारी मस्ती डमडम डमरू बजावा,
विच लौंग लाचीया पादे नी गौरा,
रगड़े ते रगड़ा रगड़े ते रगड़ा,
रगड़े ते रगड़ा लादे नी गौरा…..
नंदी आके नारद आके रोज रोज ऐ कैंदे,
भोलेनाथ भोलेनाथ भंग क्यों नहीं देंदे,
अज्ज सबदा हिस्सा पादे नी गौरा,
अज्ज भंग नू रगड़े लादे नी गौरा…
धरती ते तेरे भगत प्यारे खूब नजारे लैंदे,
मस्ती दे विच खोके सारे बम बम भोले कैंदे,
साडे बेड़े पार लगा दे नी गौरा,
अज्ज रगड़े ते रगड़ा लादे नी गौरा,
अज्ज भंग नू रगड़े लादे नी गौरा……

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile