Ajab Hai Teri Maya Ise Koi Samjh Na Paya Lyrics
दोहा-
ऊँचे ऊँचे मंदिर तेरे,
ऊँचा है तेरा धाम,
हे कैलाश के वासी भोले,
हम करते है तुझे प्रणाम।
अजब है तेरी माया,
इसे कोई समझ ना पाया,
गजब का खेल रचाया,
सबसे बड़ा है तेरा नाम,
भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ।।
अद्भुत है संसार यहाँ पर,
कई भूलेखे है,
तरह तरह के खेल जगत में,
हमने देखे है,
तू है भाग्य विधाता तेरे,
लेख सुलेखे है,
तू लिखने वाला है ये सब,
तेरे लेखे है,
अजब हैं तेरी माया,
इसे कोई समझ ना पाया,
गजब का खेल रचाया,
सबसे बड़ा है तेरा नाम,
भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ।।
पारब्रह्म परमेश्वर तू है,
हर कोई माने रे,
सब तेरे बालक है क्या,
अपने बेगाने रे,
तू अंतर्यामी सबकी,
पीड़ा पहचाने रे,
सबके ही हृदय में बैठा,
घट घट की जाने रे,
अजब हैं तेरी माया,
इसे कोई समझ ना पाया,
गजब का खेल रचाया,
सबसे बड़ा है तेरा नाम,
भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ।।
हे योगेश्वर योग से तुने,
जगत बनाया है,
तन पे तूने भस्म रमा के,
अलख जगाया है,
कही धुप के रंग सुनहरे,
कही पे छाया है,
तूने किया है वही जो तेरे,
मन को भाया है,
अजब हैं तेरी माया,
इसे कोई समझ ना पाया,
गजब का खेल रचाया,
सबसे बड़ा है तेरा नाम,
भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ।।
अजब है तेरी माया,
इसे कोई समझ ना पाया,
गजब का खेल रचाया,
सबसे बड़ा है तेरा नाम,
भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ।।

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile