आता रहूं दरबार भोलेनाथ भजन लिरिक्स

Aata Rahu Darbaar Bholenath Bhajan Lyrics

आता रहूं दरबार भोलेनाथ,
मैं पाता रहूं तेरा प्यार भोलेनाथ,
मैं पाता रहूं तेरा प्यार भोलेनाथ,
मैं आता रहूँ दरबार भोलेनाथ।।

मेरी सारी दौलत बाबा,
तेरे चरण की धूलि,
तूने उस पल याद रखा जब,
सारी दुनिया भूली,
करना यही उपकार भोलेनाथ,
करना यही उपकार भोलेनाथ,
मैं आता रहूँ दरबार भोलेनाथ।।

अपने बने पराये सारे,
तूने साथ निभाया,
धक्के खाए जग वालो से,
तूने हाथ फिराया,
यूँ ही फिराना हर बार भोलेनाथ,
यूँ ही फिराना हर बार भोलेनाथ,
मैं आता रहूँ दरबार भोलेनाथ।।

सर से लेकर पाँव तलक,
तेरा कर्जा है बाबा,
सोच नहीं सकता था उससे,
दिया है तूने ज्यादा,
‘श्याम’ का तू ही संसार भोलेनाथ,
‘श्याम’ का तू ही संसार भोलेनाथ,
मैं आता रहूँ दरबार भोलेनाथ।।

आता रहूं दरबार भोलेनाथ,
मैं पाता रहूं तेरा प्यार भोलेनाथ,
मैं पाता रहूं तेरा प्यार भोलेनाथ,
मैं आता रहूँ दरबार भोलेनाथ।।

“आता रहूं दरबार भोलेनाथ” भजन शिव जी के साथ आत्मीय संबंध को मजबूत करता है। जब एक भक्त भोलेनाथ के दरबार में आकर उन्हें अपने ह्रदय से पुकारता है, तो वह न केवल दुःखों से मुक्ति पाता है, बल्कि उसकी जीवन यात्रा भी सहज हो जाती है। अगर यह भजन आपके मन को शांति दे, तो भोले शंकर दानी तू जग का विधाता है, तू डरना नहीं किसी बात के लिए, शिव भोले की कृपा से दुनिया ये चल रही है, और गौरा भांग घोट के प्यादे प्यासे भोले भंडारी जैसे अन्य भजनों को भी पढ़ें और शिव भक्ति की ओर और कदम बढ़ाएं।

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