आजा कलयुग में लेके अवतार ओ भोले भजन लिरिक्स

आजा कलयुग में लेके अवतार ओ भोले एक अत्यंत मार्मिक और आज के समय से जुड़ा हुआ शिव भजन है, जिसमें भक्त भोलेनाथ से विनती करता है कि वे कलयुग में अवतार लेकर संसार का कल्याण करें। यह भजन उस व्याकुल पुकार को दर्शाता है, जो भक्तों के मन में अधर्म, अन्याय और अंधकार से घिरे इस युग को देखकर उठती है।

Aaja Kalyug Me Leke Avatar O Bhole Bhajan Lyrics

आजा कलयुग में लेके,
अवतार ओ भोले,
अपने भक्तो की सुनले,
पुकार ओ भोले,
अपने भक्तो की सुनले,
पुकार ओ भोले।।

दुनिया बनाने वाले,
कर दुनिया का ख्याल रे,
तेरे संसार का हुआ है,
बुरा हाल रे,
भाई को भाई रहा मार ओ भोले,
भाई को भाई रहा मार ओ भोले,
अपने भक्तो की सुनले,
पुकार ओ भोले,
अपने भक्तो की सुनले,
पुकार ओ भोले।।

हाल कभी पूछ आके,
भोले तू गरीब का,
लिख्या सब ते न्यारा,
भाग क्या ते बदनसीब का,
रोटी देदे भूखा तो मत मार ओ भोले,
रोटी देदे भूखा तो मत मार ओ भोले,
अपने भक्तो की सुनले,
पुकार ओ भोले,
अपने भक्तो की सुनले,
पुकार ओ भोले।।

पापियों के पाप धो धो,
गंगा मैली हो गई,
पापों से लड़ेगी कब तक,
ये पहेली हो गई,
तेरे बिना होगा ना उद्धार ओ भोले,
तेरे बिना होगा ना उद्धार ओ भोले,
अपने भक्तो की सुनले,
पुकार ओ भोले,
अपने भक्तो की सुनले,
पुकार ओ भोले।।

आजा कलयुग में लेके,
अवतार ओ भोले,
अपने भक्तो की सुनले,
पुकार ओ भोले,
अपने भक्तो की सुनले,
पुकार ओ भोले।।

“आजा कलयुग में लेके अवतार ओ भोले” जैसा भजन हमें यह याद दिलाता है कि चाहे युग कोई भी हो, भगवान शिव सदैव अपने भक्तों की पुकार को सुनते हैं और संकटों में साथ निभाते हैं। उनकी भक्ति में यह विश्वास छिपा होता है कि वे जब चाहें, कहीं भी प्रकट होकर अपनी कृपा बरसा सकते हैं। शिवजी के अन्य प्रभावशाली भजनों जैसे “बता मेरे शंकर भोले हो या दुनिया कैसी बनाई”, “निराले शम्भु को बिगड़ी बना देना भी आता है”, “खोलो समाधी भोले शंकर मुझे दरश दिखाओ”, और “जय हों भोलेनाथ जय हो तिहारी” को भी जरूर पढ़ें। इन भजनों को पढ़कर आप शिवजी की लीला, दया और उनके अंतहीन प्रेम को गहराई से महसूस कर सकेंगे।

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