Aaj Mere Bhole Ki Sadi Hai
आज मेरे भोले की शादी है,
शिव चौदस की रात को हर कोई बना बराती है,
आज मेरे भोले की शादी है॥
बजे ढोल ढोलक डम डमरू बाजे शंख नगाड़े,
शिव विवाह का लगा है मेला गूँज रहे जयकारे….-2
नगर नगर और डगर डगर में लगी मुनादी है,
आज मेरे भोले की शादी है॥
कोई झूमे कोई नाचे गाए कोई बजाए बाजा,
सज धज कर नंदी पर बैठा कैलाशी का राजा….-2
भांग धतूरे की मस्ती ने सुद्ध बिसरा दी है,
आज मेरे भोले की शादी है॥
शिव कैलाशी रूप निराला गौरा के मन भाया,
गौरा अपनी सुद्ध बुध खोकर डाल रही वरमाला…-2
ऐसी जोड़ी पर हम सब जाते बलहारी हैं,
आज मेरे भोले की शादी है॥

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile