आज भोलेनाथ की शादी है एक खास अवसर पर गाया जाने वाला भजन है, जो शिवरात्रि के पवित्र मौके पर भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह की महिमा को चित्रित करता है। यह भजन शिवजी की अपार शक्ति और उनके प्रेम का प्रतीक है, जो उनके जीवन के सबसे महत्वपूर्ण मोड़ को दर्शाता है। इस भजन के माध्यम से हम भगवान शिव और पार्वती के विवाह के पावन दिन को श्रद्धा और प्रेम से मनाते हैं। यह भजन शिवरात्रि की रात को और भी खास बना देता है, जब भक्तगण शिवजी की पूजा करते हैं और उनके विवाह के इस पवित्र अवसर को मनाते हैं।
Aaj Bholenath Ki Shadi Hai Shivratri
आज भोलेनाथ की शादी है,
आज भोलेनाथ की शादी हैं,
नाथ की शादी है,
मेरे बैद्यनाथ की शादी है।
नाचे कांवरिया शिवरात्रि में,
आई बाराती है,
आज भोलेनाथ की शादी हैं,
आज भोलेनाथ की शादी हैं।।
दूल्हे राजा है निराला,
गले में नाग माला,
जटा से बहती गंगा।
तन पे सोहे मृगछाला,
अंग में भस्म लगाए,
कर में त्रिशूल उठाए,
माथे पे चंदा सोहे।
हाथ में डमरू सजाए,
हो ओ शिवशंकर की बैल सवारी,
मन को लुभाती है,
आज भोलेनाथ की शादी हैं,
आज भोलेनाथ की शादी हैं।।
ब्रम्हा विष्णु है आए,
संग देवों को लाए,
स्वर्ग धरती पे आया।
भक्त गण झूमे गाए,
सांप बिच्छू भी आए,
नाच बेताल दिखाए,
भोले की लीला न्यारी
भुत प्रेतों को लाए,
हो ओ शिव के बाराती,
अजब अनोखे घोड़े हाथी है,
आज भोलेनाथ की शादी हैं,
आज भोलेनाथ की शादी हैं।।
गौरी मैया है दुल्हनिया,
सजी देवघर की गलियां।
बाजे ढोल मजीरा बाबा धाम में,
बोलो बम बम, बोलो बम बम,
हाथ वरमाला लेके,
गौरी मैया शर्माए।
माला भोले बाबा के,
गले में डाल के,
हो ओ पुष्प की वर्षा होने लगी,
जग खुशियां मनाती है,
आज भोलेनाथ की शादी हैं,
आज भोलेनाथ की शादी हैं।।
आज भोलेनाथ की शादी है,
आज भोलेनाथ की शादी हैं।
नाथ की शादी है,
मेरे बैद्यनाथ की शादी है,
नाचे कांवरिया शिवरात्रि में,
आई बाराती है।
आज भोलेनाथ की शादी हैं,
आज भोलेनाथ की शादी हैं।।
आज भोलेनाथ की शादी है भजन हमें शिवजी और पार्वती के अद्भुत प्रेम और विवाह की महिमा के बारे में बताता है। यह हमें भगवान शिव के प्रति अपने श्रद्धा और भक्ति को बढ़ाने का अवसर प्रदान करता है। इस भजन के साथ हम भोले तेरे मंदिर में, शिव रात्रि की महिमा अपार और शिव शंकर डमरू धारी जैसे अन्य भजनों को भी पढ़ सकते हैं, जो हमें भगवान शिव के प्रति सच्ची भक्ति और उनके आशीर्वाद को महसूस करने का अवसर देते हैं। इन भजनों को पढ़कर या गाकर हम अपनी आस्था को प्रगाढ़ कर सकते हैं और जीवन में सुख, शांति और समृद्धि ला सकते हैं।

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile