रोम रोम में रम रहा
Rom Rom Me Rum Raha रोम रोम में रम रहा,कण कण में तू बस रहा,रोम रोम में रम रहा,कण कण में तू बस रहा… तेरी शक्ति से ही देखो संसार सारा चल रहा,रोम रोम में रम रहा,कण कण में तू बस रहा… अग्नि की तू है अगन,जल की तू है शीतलता,सूरज में तेरी तपन,चांदनी में … Read more