जब भी जीवन में कोई कठिनाई आती है, तो दिल खुद-ब-खुद साईं बाबा के चरणों की ओर खिंचने लगता है। शिरडी वाले बाबा तेरे दर पे मैं आया भजन, एक भक्त की भावनाओं को प्रकट करता है, जो अपने सारे दुख-दर्द लेकर बाबा के दरबार में हाज़िर हुआ है। यह भजन श्रद्धा और समर्पण का प्रतीक है, जो हमें बाबा की कृपा और उनकी अपार दया का अनुभव कराता है।
Shiradi Wale Baba Tere Dar Pe Main Aaya
शिरडी वाले बाबा तेरे,
दर पे मै आया,
महिमा सुन कर बाबा तेरी,
दर पे मै आया,
श्रद्धा के मै सुमन चढाऊँ,
सुनले अर्जी मेरी,
तू अपनाना या ठुकराना,
आगे मर्जी तेरी,
दया कर शिरडी वाले,
कृपा कर शिरडी वाले।।
जिसने जो भी माँगा तुमसे,
उसने वो पाया,
सबकी इक्छा पूरी करते,
जो मन मे लाया,
पर मै न तुमसे कुछ माँगू,
इतनी अर्जी मेरी,
सेवक अपना मुझको बनाले,
हो जो मर्जी तेरी,
दया कर शिरडी वाले,
कृपा कर शिरडी वाले।।
तेरी कृपा से ही मैने,
यह नर तन पाया,
लेकिन जग फँस कर मैने,
तुमको बिसराया,
पर अब मै ध्याऊँगा तुमको,
ऐ मेरे साँई बाबा,
ले लो शरण मे मुझ अधमी को,
ऐ मेरे साँई बाबा,
दया कर शिरडी वाले,
कृपा कर शिरडी वाले।।
तुमने अपने भक्तो को प्रभू,
भव से है तारा,
दीन हीन के इस कलियुग मे,
बाबा तुम्ही सहारा,
मै भी आया दर पे बाबा,
सुन कर नाम तुम्हारा,
ज्योत जगादो घट मे बाबा,
मिट जाए अँधियारा,
दया कर शिरडी वाले,
कृपा कर शिरडी वाले।।
शिरडी वाले बाबा तेरे,
दर पे मै आया,
महिमा सुन कर बाबा तेरी,
दर पे मै आया,
श्रद्धा के मै सुमन चढाऊँ,
सुनले अर्जी मेरी,
तू अपनाना या ठुकराना,
आगे मर्जी तेरी,
दया कर शिरडी वाले,
कृपा कर शिरडी वाले।।
साईं बाबा के दर पर आने वाला कोई भी भक्त खाली हाथ नहीं लौटता। उनकी कृपा से हर मनोकामना पूर्ण होती है और जीवन में नई आशा का संचार होता है। साईं बाबा के आशीर्वाद को और अधिक महसूस करने के लिए इन भजनों को भी पढ़ें: “कब शिरडी मुझे बुलाओगे साईं बाबा”, “साईं तेरी शिरडी का बड़ा सुन्दर नजारा है”, “फरियादी तेरा आया साईं, तेरी शिरडी में” और “दर पे आके तेरे साईं बाबा, कुछ सुनाने को दिल चाहता है”। साईं बाबा की भक्ति से हर मन को शांति मिले! 🙏✨
मैं हेमानंद शास्त्री, एक साधारण भक्त और सनातन धर्म का सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के रहस्यों को सरल भाषा में भक्तों तक पहुँचाना है। शनि देव, बालाजी, हनुमान जी, शिव जी, श्री कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का वर्णन करना मेरे लिए केवल लेखन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का सार भक्तों तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। 🚩 जय सनातन धर्म 🚩